नीलू रंजन, नई दिल्ली
काले धन को सफेद करने वालों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कस गया है। ईडी ने शुक्रवार को वकील रोहित टंडन और नोएडा में एक्सिस बैंक से जुड़े मामले में मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज कर लिया।
दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में रहने वाले टंडन के पास से अब तक 160 करोड़ रुपये का काला धन मिल चुका है। जबकि नोएडा के सेक्टर 51 स्थित एक्सिस बैंक ब्रांच में 20 फर्जी खातों में 60 करोड़ रुपये जमा कराने का मामला उजागर हुआ है। एक्सिस बैंक की ही कश्मीरी गेट ब्रांच में फर्जी कंपनियों के खाते में 39 करोड़ रुपये जमा कराने वाले दो बैंक मैनेजरों को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुका है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार टंडन मामले में सीबीआइ से शिकायत करने में आयकर विभाग की आनाकानी को देखते हुए फिलहाल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एफआइआर दर्ज कर ली है। इस एफआइआर को आधार बनाते हुए ईडी ने भी मामले में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है।
ईडी ने अब आयकर विभाग से इस मामले से जुड़े सारे दस्तावेज मांगे हैं। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते ईडी टंडन से उसके पास मिली नकदी और संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेगा। पिछले शनिवार को ही टंडन के घर मारे गए छापे में 13.56 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई। इनमें 2.6 करोड़ रुपये 2000 के नए नोटों में थे। टंडन के यहां इससे पहले भी छापों में बड़ी बरामदगी हो चुकी है।
एक्सिस बैंक मामला लखनऊ ईडी के पास
आयकर विभाग ने गुरुवार को नोएडा के सेक्टर 51 स्थित एक्सिस बैंक ब्रांच में छापा मारकर नोटबंदी के बाद 20 फर्जी एकाउंट में 60 करोड़ रुपये जमा कराए जाने का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है, जिसके बाद ईडी ने भी मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है।
यह केस ईडी की लखनऊ ब्रांच में दर्ज किया गया है। जहां राजेश्वर सिंह को पिछले दिनों संयुक्त निदेशक बनाकर भेजा गया है। ईडी ने करोलबाग के एक होटल से बुधवार को 3.25 करोड़ रुपये के पुराने नोटों की बरामदगी के मामले में भी मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आयकर विभाग और दिल्ली पुलिस के संयुक्त छापे में होटल से पांच लोगों को पुराने नोटों के साथ पकड़ा गया था।