गुड़गांव। कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रह चुके राव दान सिंह, उनके पुत्र राव अक्षत सिंह तथा समालखा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक धर्म सिंह छोक्कर समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।
इन पर शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े एक व्यक्ति को बिल्डर बनाने का सपना दिखाकर एक अरब की रकम ठगने का आरोप है। पीड़ित ने गुड़गांव के दो थानों में शुक्रवार रात अलग-अलग तीन मुकदमे दर्ज कराए। पुलिस ने एफआइआर तो दर्ज कर ली, लेकिन मीडिया को बताने से बचती रही। राव दान व धर्म सिंह छोक्कर का पक्ष लेने का प्रयास किया गया तो उनके मोबाइल स्विच ऑफ मिले।
चंडीगढ़ के सेक्टर 37 के मकान नंबर 1099 निवासी उमेद सिंह ने पुलिस को बताया है कि महेंद्रगढ़ से विधायक रहे राव दान सिंह व पूर्व विधायक धर्म सिंह छोक्कर ने हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए उसे गुड़गांव के विभिन्न सेक्टरों में जमीन दिलाने से लेकर सीएलयू सहित सभी औपचारिकताएं पूरी करने तथा सरकारी स्कीम में सस्ते फ्लैट दिलाने का वादा किया था। इसके एवज में उन्होंने मोटी रकम ली थी।
उमेद सिंह के अधिवक्ता कमलदीप सिंह हुड्डा ने बताया कि उमेद सिंह ने गुड़गांव के सेक्टर 68, 110 व 113 में जमीन के लिए तीन अलग-अलग एग्रीमेंट किए थे। सेक्टर 110 में 1250 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से, सेक्टर 113 में 3000 और सेक्टर 68 में 2350 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से सौदा तय हुआ था। सेक्टर 110 व 113 में तो इनके पास जमीन ही नहीं मिली। किसानों से एग्रीमेंट करके जो जमीन ली थी, उसके चेक बाउंस हो गए और जमीन किसानों के पास ही रह गई।
सेक्टर 68 में आरोपियों ने टाटा कंपनी के साथ समझौता हुआ बताया था। इसमें से चार एकड़ जमीन देने का सौदा तय हुआ था। उसके बाद जमीन का लाइसेंस भी अपने नाम से लगा दिया। अधिवक्ता का कहना है कि उमेद सिंह को इस तरह के सपने दिखाकर करीब एक अरब रुपये ठग लिए गए। काफी दवाब बनाने पर चार साल पहले रकम वापस करने के नाम पर कुछ चेक दिये गये जो बाउंस हो गए।
राव दान सिंह, उनके बेटे अक्षत सिंह, समालखा के पूर्व विधायक धर्म सिह छोक्कर, सीए नरेश गर्ग, परीना कंपनी के निदेशक सुरेंद्र वर्मा व विरेंद्र वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।