लखनऊ। अशोभनीय टिप्पणी के मामले में पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए बसपा प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर सहित बसपा नेता नौशाद अली व अतर सिंह राव को भाजपा से निष्कासित दयाशंकर सिंह की बहन-बेटी के खिलाफ नारे लगाने में चिन्हित किया है। एसएसपी मंजिल सैनी के मुताबिक, चिन्हित तीनों बसपा नेताओं पर प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फॉर सेक्सुअल ऑफंसेंस (पॉक्सो) एक्ट लगाया जाएगा। इसके अलावा 15-16 अन्य लोग भी भाषण देते नजर आ रहे हैं। उनके बारे में पड़ताल की जा रही है। बसपा के राष्ट्रीय सचिव महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी वीडियो रिकॉर्डिंग में भाषण देते नजर आ रहे हैं। हालांकि उपलब्ध रिकॉर्डिंग में वह नारे लगाते नहीं दिख रहे हैं।
मंगलवार को दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने साक्ष्य के तौर पर पुलिस को दो सीडी उपलब्ध करा दी है। बसपा नेताओं के प्रदर्शन के दौरान की वीडियो रिकॉर्डिंग की दोनों सीडी मुकदमे की विवेचना कर रहे सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा को उपलब्ध करा दी गई हैं। एसएसपी का कहना है कि स्वाति सिंह द्वारा दी गई सीडी का अवलोकन कर विवेचक आगे की कार्रवाई करेंगे। पुलिस कुछ अन्य वीडियो रिकॉर्डिंग भी हासिल करने का प्रयास कर रही है। सभी वीडियो रिकॉर्डिंग का अवलोकन करने के बाद ही अन्य आरोपियों की भूमिका को लेकर कुछ भी स्पष्ट रूप से कहा जा सकेगा।
बताया गया कि पुलिस चिन्हित किए गए आरोपियों को नोटिस देने की भी तैयारी में है। हालांकि पुलिस पहले अपनी लिखापढ़ी व साक्ष्यों को दुरुस्त करने में जुटी है। मामला दो राजनीतिक दलों से जुड़ा होने के चलते पुलिस भी पूरे मामले में एक-एक कदम फूंक-फूंक कर आगे बढ़ा रही है। स्वाति सिंह के मुताबिक उन्होंने दो सीडी पुलिस को दी है। इनमें एक सीडी में नसीमुद्दीन सिद्दीकी व अन्य नेता भाषण देते नजर आ रहे हैं। स्वाति सिंह ने पुलिस अधिकारियों से साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।