डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के रुझानों में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। इस इलेक्शन में कांग्रेस के जादूगर कहे जाने वाले अशोक गहलोत का जादू नहीं चला। इस चुनाव में लीकेज, लीक और लाल डायरी जैसे मुद्दे सामने आए। जिसे बीजेपी ने चुनाव प्रचार में भुनाया और प्रदेश में ग्रैंड एंट्री ली।
चुनाव प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेपर लीक, लाल डायरी, भ्रष्टाचार, महिला अपराध और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर जोर दिया। अशोक गलहोत ने कई दांव चले। हेल्थ इंश्योरेंस की लिमिट 50 लाख कर देने की गारंटी, सिलेंडर के दाम में कटौती समेत तमाम वादे जनता ने नकार दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार में पेपर लीक मामला उठाया। उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार आते ही जितने घोटाले हुए हैं। उनकी जांच की जाएगी और दोषियों के जेल भेजा जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, 'अशोक गहलोत खुद को जादूगर कहते हैं, लेकिन उन्होंने अपनी जादूगरी से भ्रष्टाचार का मयाजाल राज्य में चारों तरफ फैलाया।' उन्होंने आगे कहा कि अगर कोचिंग संस्थानों पर छापेमारी की जाए को सीएम गहलोत के करीबियों के नाम सामने आएंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार में लाल डायरी का मुद्दा उछाला। राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने इसमें विधायकों की खरीद का लेखा-जोखा होने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री ने कहा था, लाल डायरी के पन्ने जैसे-जैसे खुल रहे हैं। वैसे ही अशोक गहलोत के चेहरा उतार रहा है। लाल डायरी में साफ लिखा है कि कांग्रेस सरकार ने जल, जंगल और जमीन को बेचा है।
राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी साफ दिखाई दी। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की खींचतान हुई। इसका असर पार्टी कार्यकर्ताओं पर पड़ा। जनता के बीच गलत मैसेज गया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन और राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को मिलाने की कोशिश की। संदेश दिया कि हम साथ-साथ हैं।
भाजपा ने चुनाव प्रचार में कन्हैयालाल हत्याकांड का मामला भी उठाया। कन्हैयालाल की हत्या के लेकर बीजेपी ने कांग्रेस की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से लेकर ओमप्रकाश हुडला के घर पर पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशायल ने छापेमारी की। इस मुद्दे को कांग्रेस ने प्रचार में उठाया। अशोक गहलोत सहित सभी कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर बात की, लेकिन इसका फायदा भाजपा को मिला।