Post Office Mis Schemes: पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में एक बार करें निवेश, हर माह होगी कमाई
Post Office Mis Schemes पोस्ट ऑफिस का एमआईएस अकाउंट खोलना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास पोस्ट ऑफिस यानी पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 19 May 2022 01:52:46 PM (IST)
Updated Date: Thu, 19 May 2022 01:52:46 PM (IST)
Post Office Mis Schemes। हाल के दिनों में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के जोखिम को देखते हुए यदि आप सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की योजनाओं पर भरोसा कर सकते हैं। डाकघर मासिक आय योजना (पोस्ट ऑफिस MIS) एक ऐसी बचत योजना है, जिसमें आप एक बार निवेश करके हर माह निश्चित राशि कमा सकते हैं। MIS अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि सिर्फ 5 साल की होती है और इसमें ग्राहक को गारंटीड मासिक आय मिलने लगेगी।
इस योजना को एकल या संयुक्त रूप से खोला जा सकता है। पोस्ट ऑफिस की इस योजना के तहत न्यूनतम 1,000 रुपए के निवेश के साथ खाता खोल सकते हैं, वहीं अधिकतम निवेश 4.5 लाख रुपए तक किया जा सकता है। संयुक्त खाता खोलते हैं तो अधिकतम 9 लाख रुपए तक की राशि निवेश कर सकते हैं।
MIS खाता खोलने के ये हैं फायदे
MIS खाते के बदले में प्राप्त होने वाली आय को प्रत्येक सदस्य को समान रूप से दिया जाता है। किसी भी समय संयुक्त MIS खाते को एकल खाते में बदल सकते हैं। सिंगल अकाउंट को ज्वाइंट अकाउंट में भी बदला जा सकता है।खाते में कोई भी बदलाव करने के लिए खाता के सभी सदस्यों का संयुक्त आवेदन देना होगा। इस योजना के तहत कोई भी भारतीय निवेश कर सकता है।
MIS पर मिलता सालाना 6.6 फीसदी ब्याज
पोस्ट ऑफिस की इस मासिक आय योजना पर सालाना 6.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है। इसका भुगतान हर महीने किया जाता है। ग्राहक यदि चाहे तो इस योजना को पांच साल के पहले भी बंद कर सकता है। पैसा जमा करने की तारीख से एक साल पूरा होने के बाद ही पैसे निकाल सकते हैं।
ऐसे खोल सकते हैं खाता
पोस्ट ऑफिस का एमआईएस अकाउंट खोलना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास पोस्ट ऑफिस यानी पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट होना चाहिए। जरूरी दस्तावेज यानी ID प्रूफ में आपके पास आधार कार्ड या पासपोर्ट या वोटर कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस आदि होना जरूरी है। 2 पासपोर्ट साइज फोटो भी उपलब्ध कराने होंगे। एड्रेस प्रूफ के लिए सरकार द्वारा जारी आईडी कार्ड या यूटिलिटी बिल मान्य होगा।