Nuclear Weapons: भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार, स्वीडिश थिंक टैंक की रिपोर्ट
स्वीडिश थिंक टैंक ने भारत, पाकिस्तान और चीन के परमाणु हथियारों पर अपनी ताजा रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे किए हैं। इसके मुताबिक, चीन ने पहली बार अपने कुछ हथियारों को हाई ऑपरेशनल अलर्ट मोड पर रखा है। भारत ने 2023 में अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाई है।
By Arvind Dubey
Publish Date: Tue, 18 Jun 2024 08:14:42 AM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Jun 2024 08:28:01 AM (IST)
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की रिपोर्ट में हुए खुलासे। HighLights
- जनवरी 2024 तक भारत के पास हैं 172 परमाणु हथियार।
- पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या 170 है।
- जनवरी 2024 में 500 परमाणु हथियारों के साथ चीन सबसे आगे।
एजेंसी, नई दिल्ली। भारत, पाकिस्तान और चीन के परमाणु हथियारों पर स्वीडिश थिंक टैंक की नई रिपोर्ट सामने आई है। इसके मुताबिक, भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार हो गए हैं। हालांकि, इस दौड़ में चीन बहुत आगे बना हुआ है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की इस रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 तक भारत के पास 172 परमाणु हथियार हैं, जबकि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या 170 दर्ज की गई है। चीन भी अपने परमाणु हथियारों का जखीरा लगातार बढ़ा रहा है।
चीन के परमाणु हथियारों की संख्या जनवरी 2024 में 500 हो गई है। इससे पहले जनवरी 2023 में चीन के पास 410 परमाणु हथियार थे।
भारत-पाकिस्तान ने 2023 में बढ़ाए परमाणु हथियार
- रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन ने पहली बार अपने कुछ हथियारों को हाई ऑपरेशनल अलर्ट मोड पर रखा है।
- भारत और पाकिस्तान ने 2023 में अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाई है। इस दौरान भारत ने लंबी दूरी के परमाणु हथियार विकसित किए हैं, जिनकी मारक क्षमता चीन तक है।
- भारत, चीन, पाकिस्तान समेत दुनिया के 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं। इनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, उत्तर कोरिया और इजरायल भी शामिल हैं।
- भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया बैलिस्टिक मिसाइलों पर काम कर रहे हैं। यह क्षमता रूस, फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका और चीन के पास पहले से ही है।
चीन किसी भी अन्य देश की तुलना में अपने परमाणु शस्त्रागार का तेजी से विस्तार कर रहा है। हमने शीत युद्ध के बाद से परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों में इतनी प्रमुख भूमिका निभाते नहीं देखा है। - हैंस एम क्रिस्टेंसन (सिपरी के वेपंस ऑफ मास डिस्ट्रक्शन प्रोग्राम के एसोसिएट सीनियर फेलो)