Mayawati: I.N.D.I.A. में शामिल होने से मायावती का इनकार, कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया, ‘दौलत की बेटी’
Mayawati on INDIA Block: मायावती को इंडिया ब्लॉक में शामिल होने की कोशिशों को लगा तगड़ा झटका। पढ़िए बहनजी के मैसेज
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Wed, 30 Aug 2023 11:51:40 AM (IST)
Updated Date: Wed, 30 Aug 2023 01:36:50 PM (IST)
बसपा सुप्रीमो ने मीडिया से अपील की कि वह BSP को लेकर फेक न्यूज ने फैलाए। HighLights
- BSP को I.N.D.I.A. में शामिल होने की कोशिश थी
- बहनजी ने अपनाया एकला चलो रे का रुख
- पढ़िए क्या लिखा अपने एक्स हेंडल
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी न तो विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. के साथ चुनाव लड़ेगी, ना ही NDA के साथ गठबंधन करेगी। मायावती ने अपने एक्स हेंडल पर यह जानकारी दी।
मायावती का यह बयान उस समय आया है जब गुरुवार से ही मुंबई में विपक्षी दलों की बैठक होने जा रही है। कोशिश थी कि बसपा को भी
I.N.D.I.A. ब्लॉक में शामिल हो जाए।
मायावती के इनकार पर कांग्रेस की टिप्पणी
मायावती के विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. में शामिल होने से इनकार करने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने तीखी टिप्पणी की। राजपूत ने कहा,
“इंडिया गठबंधन ने या कांग्रेस ने, मायावती जी को कोई प्रार्थना-पत्र नहीं दिया है कि आप हमारे गठबंधन में आइए। वो दलित की नहीं, दौलत की बेटी हो गई हैं। जिस तरफ दौलत है या स्वार्थ है, उस तरफ मायावती जी जा रही हैं। कुछ समय बाद बसपा बुआ भतीजे की पार्टी रह जाएंगी।”
कांग्रेस प्रवक्ता के बयान पर आचार्य प्रमोद कृष्णम् की प्रतिक्रिया
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत को रक्षाबंधन के दिन बहन जी पर इतना बड़ा हमला नहीं करना चाहिए था, बहन कु. मायावती जी को दलित की बेटी की जगह दौलत की बेटी कहना पूरे दलित समाज को अपमानित करने जैसा है।
मायावती ने लिखा- नो फेक न्यूज प्लीज
मायावती ने अपने एक्स हेंडल लिखा,
एनडीए व I.N.D.I.A. गठबंधन गरीब-विरोधी, जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं। इनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है। इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज।
मायावती ने अपने अगले मैसेज में लिखा, “बीएसपी, विरोधियों के जुगाड़/जोड़ तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी
चार राज्यों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ेगी। मीडिया बार-बार भ्रांतियां न फैलाए।”
मायावती ने लिखा, “वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर, न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसे स्थिति है।”
“बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?”