नई दिल्ली Live Updates Kisan Andolan नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन का आज 17वां दिन है। कई दौर की वार्ता के बाद भी किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है। किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस किए जाने पर मांग पर अड़े हुए हैं। दो दिन पहले सरकार के प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने 12 दिसंबर से दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम करने की धमकी दी थी। इस बीच किसान संगठनं का कहना है कि सरकार से बातचीत के दरवाजे खुले हैं, लेकिन कानूनों वापसी के अलावा उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। हरियाणा में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कल देर रात करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा को बंद किया। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान कुरुक्षेत्र से दिल्ली की तरफ आ रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम 6 महीने का राशन साथ लेकर आए हैं। हमारे साथ करीब 1200 ट्रॉली जा रही हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन से श्यामसुंदर ने बताया, "आज हमने टोल प्लाज़ा पर मुफ्त टोल किया है। सरकार बात करने के लिए तैयार हैं लेकिन कृषि कानून वापस लेने को तैयार नहीं है।"
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, प्रदर्शन को देखते हुए बाॅर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है। किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। #FarmersProtests pic.twitter.com/DJdpKa9NiY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2020
आंदोलन और मजबूत होगा, कल अमृतसर से ट्रैक्टर निकले। राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से ट्रैक्टर आ रहे हैं। पूरा भारत अब एक साथ है: सुखविंदर सिंह सभरा, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब #FarmersProtests https://t.co/GjrLTn7Pch pic.twitter.com/LHO6Fdcy7q
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आज जाम हो सकते हैं कई रास्ते
किसान आंदोलन तेज करने की धमकी के बीच पंजाब के अमृतसर से हजारों की संख्या और भी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। किसान नेताओं के मुताबिक आज दिल्ली में विरोध मार्च निकाला जाएगा। हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस दौरान रेल सुविधा जारी रहेगी। रेल रोको आंदोलन का हिस्सा नहीं है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यदि सरकार किसान नेताओं से बातचीत करना चाहती है, तो उसे पिछली बार की तरह औपचारिक रूप से संदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों को खत्म किए जाने से कम उन्हें कुछ भी स्वीकार्य नहीं है।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी आज 17वें दिन भी सिंघु बाॅर्डर पर डटे हुए हैं। #FarmersProtests pic.twitter.com/6t3Jf2OPJO
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हरियाणा बार्डर छाबनी में तब्दील
इधर राजस्थान हरियाणा बॉर्डर इलाका किसानों के दिल्ली कूच और हाइवे को जाम के ऐलान के बाद छावनी में बदल गया है। हाइवे पर केंद्रीय रिर्जव पुलिस बल और पैरामिलट्री फोर्स को तैनात कर दी गई है। आज किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान पर अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में राजस्थान के 51 किसान संगठन भी दिल्ली कूच करेंगे। रामपाल जाट का कहना है कि केंद्र सरकार की किसानों के प्रति बेरूखी से आहत किसान शनिवार को दिल्ली कूच के लिए संगठित होकर निकलेंगे।
देशभर में आज टोल फ्री रखने का दबाव
किसानों ने घोषणा की है कि 12 दिसंबर को देशभर के सभी टोल नाकों को भी टोल फ्री करेंगे। यदि देशभर के सभी टोल प्लाजा एक दिन के लिए भी मुक्त रहता है या उन पर आवाजाही बंद रहती है तो इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो सकता है। इसके बाद किसान संगठन आगे की रणनीति के तहत किसानों ने 14 दिसंबर से जिलाधिकारी और सरकारी कार्यालयों को घेरने का भी प्लान बनाया है।
ऐसी है आज किसानों की रणनीति
- 12 दिसंबर को दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाईवे रोकेंगे
- 12 दिसंबर को देश भर के सभी टोल प्लाजा फ्री होंगे
- देशभर के रेलवे ट्रैक बाधित करने की चेतावनी वापस ली
- 14 दिसंबर को देशभर में धरना-प्रदर्शन होगा
- 14 दिसंबर को हर जिला मुख्यालय का घेराव करेंगे।
- 14 दिसंबर को देशभर में भाजपा कार्यालयों का घेराव
- दिल्ली की सड़कों को करेंगे जाम
- निजी कंपनियों के उत्पादों का बहिष्कार करेंगे