Lal Bahadur Shastri Jayanti 2021: लाल बहादुर शास्त्री के 10 अनमोल विचार जो बदल सकते हैं आपकी जिंदगी
Lal Bahadur Shastri Jayanti 2021 quotes: मैं किसी दूसरे को सलाह दूं और मैं खुद उस पर अमल ना करूं तो मैं असहज महसूस करताहूं।
By Arvind Dubey
Edited By: Arvind Dubey
Publish Date: Fri, 01 Oct 2021 12:46:37 PM (IST)
Updated Date: Sat, 02 Oct 2021 12:19:29 PM (IST)
Lal Bahadur Shastri Jayanti 2021 quotes: लाल बहादुर शास्त्री स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 1964 से 1966 तक इस पद पर सेवाएं दी थीं। जवाहरलाल नेहरू के पहले प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान वे गृह मंत्री थे और एक बार उत्तर प्रदेश में मंत्री पद भी संभाला था। उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश का नेतृत्व किया था। युद्ध के दौरान उनका "जय जवान जय किसान" का नारा बहुत लोकप्रिय हुआ। लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) का जन्म एक बहुत ही साधारण परिवार में 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ। उनके बारे में कहा जाता है कि कद भले ही छोटा था लेकिन उनका जीवन सच्चे आदर्शों से भरा हुआ था। Lal Bahadur Shastri Jayanti 2021 पर पढ़िए उनके 10 प्रेरक विचार
- हम सिर्फ खुद के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं।
- यदि कोई व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है तो भारत को अपना सर शर्म से झुकाना पड़ेगा।
- हर कार्य की अपनी एक गरिमा है और हर कार्य को अपनी पूरी क्षमता से करने में ही संतोष प्राप्त होता है।
- आज़ादी की रक्षा केवल सैनिकों का काम नहीं है। पूरे देश को मजबूत होना होगा।
- हमें शांति के लिए उतनी ही बहादुरी से लड़ना चाहिए, जितना हम युद्ध में लड़ते हैं।
- हम केवल दुनिया में केवल तभी सम्मान पा सकते हैं अगर हम आंतरिक रूप से मजबूत हैं और हमारे देश से गरीबी और बेरोजगारी को खत्म कर दे।
- मैं किसी दूसरे को सलाह दूं और मैं खुद उस पर अमल ना करूं तो मैं असहज महसूस करता हूं।
- भ्रष्टाचार को पकड़ना बहुत कठिन काम है लेकिन मैं पूरे जोर के साथ कहता हूं कि यदि हम इस समस्या से गंभीरता और दृढ़ संकल्प के साथ नहीं निपटते हैं तो हम अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने में असफल होंगे।
- दोनों देशों की आम जनता की समस्याएं, आशाएं और आकांक्षाएं एक समान है। उन्हे लड़ाई – झगड़ा और गोला – बारूद नहीं , बल्कि रोटी, कपड़ा और मकान की आवश्यकता है।
- यदि मैं एक तानाशाह होता तो धर्म और राष्ट्र अलग – अलग होते। मैं धर्म के लिए जान तक दे दूंगा, लेकिन यह मेरा निजी मामला है राज्य का इससे कुछ लेना देना नहीं है। राष्ट्र धर्म – निरपेक्ष, कल्याण, स्वास्थ्य, संसार, विदेशी संबंधों, मुद्रा इत्यादि का ध्यान रखेगा। लेकिन मेरे या आपके धर्म का नहीं, वो सबका निजी मामला है।
पीएम मोदी ने शास्त्री जी को याद दिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित उनका जीवन देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा।