शक्ति की नई मिसाल: कोलकाता के 66 पल्ली में पहली बार 4 महिला पुजारियों ने की दुर्गा पूजा
चारों महिला पुजारी एक दशक से शादियां, गृह प्रवेश जैसे आयोजन करवाती हैं, लेकिन पुजारी के तौर पर सार्वजनिक पूजा नहीं की थी।
By Navodit Saktawat
Edited By: Navodit Saktawat
Publish Date: Tue, 12 Oct 2021 03:30:35 PM (IST)
Updated Date: Tue, 12 Oct 2021 03:30:35 PM (IST)
नवरात्रि में इस वर्ष एक नया उदाहरण स्थापति हुआ है। इतिहास में पहली बार चार महिला पुजारियों ने सार्वजनिक दुर्गा पूजा की। यह आयोजन साउथ कोलकाता क्लब ने किया। जिसमें नंदिनी भौमिक, रूमा रॉय, सीमांती बनर्जी और पॉलोमी चक्रवर्ती ने सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ा है। पूजा समिति के अनुभवी पुरुष पुजारी का पिछले साल निधन हो गया है। जिसके बाद चारों महिला पुजारियों ने माता रानी की पूजा की।
पूजा कराने वाली 66 पल्ली पूजा समिति के प्रद्युम्न मुखर्जी ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि पंडाल बनाने की शुरुआत से लेकर विजय दशमी तक किसी महिला पुजारी ने पूजा की हो। महिलाओं ने नई परंपरा की शुरुआत की है। इनकी पूजा-अर्चना की अलग शैली है।
महिला पुजारी समूह का कहना है कि नियमित पुजारी के विपरीत उनके पास कोई नेतृत्व या प्रधान पुजारी नहीं है। उनका उद्देश्य लोगों को इस बारे में शिक्षित करना है। सदियों पुरानी परंपराओं को ध्यान में रखते हुए अनुष्ठान कैसे करें। वह अन्य औरतों को बाहर आने और आगे बढ़ने में सहायता करें। चारों महिला पुजारी एक दशक से शादियां, गृह प्रवेश जैसे आयोजन करवाती हैं, लेकिन पुजारी के तौर पर सार्वजनिक पूजा नहीं की थी।