Chandrayaan-3 Timeline: चंद्रयान-3 ने अपना मिशन पूरा कर लिया है। चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम ने 40 दिनों के सफर के बाद लगभग 964 घंटों में चंद्रमा के धरातल पर सॉफ्ट-लैंडिंग की। इस सफलता के साथ ही भारत अमेरिका, चीन और रूस के बाद चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उतारनेवाला चौथा देश बन गया है। बता दें कि अब तक दुनिया के किसी भी देश ने अपने मून मिशन को चांद के साउथ पोल पर नहीं उतारा है। इस लिहाज से भारत की ये कामयाबी सबसे अलग है। आइये जानते हैं लॉन्चिंग के बाद से चंद्रयान-3 ने कैसे और किन चरणों में पूरा किया चंद्रमा तक का सफर -
जुलाई 14, 2023 - चंद्रयान-3 को एलवीएम3 एम4 रॉकेट के जरिए सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। चंद्रयान-3 ने अपनी सटीक कक्षा में चंद्रमा की यात्रा शुरू कर दी। अंतरिक्ष यान के सभी फंक्शन सामान्य है।
जुलाई 15, 2023 - इस्ट्रैक/इसरो, बेंगलुरु से चंद्रयान का पहला कक्षा-उन्नयन (orbit-raising maneuver) सफलतापूर्वक किया गया है। अंतरिक्ष यान अब 41762 किमी x 173 किमी कक्षा में पहुंच गया।
जुलाई 17, 2023 - दूसरा कक्षा-उन्नयन युक्तिचालन (orbit-raising maneuver) भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अंतरिक्ष यान अब 41603 किमी x 226 किमी कक्षा में पहुंचा।
जुलाई 22, 2023 - अगला कक्षा-उन्नयन युक्तिचालन (orbit-raising maneuver) सफलतापूर्वक पूरा हुआ। अंतरिक्ष यान अब 71351 किमी x 233 किमी कक्षा में पहुंचा।
अगस्त 01, 2023 - अंतरिक्ष यान को ट्रांसलूनर कक्षा (translunar orbit) में स्थापित किया गया। अब ये 288 किमी x 369328 किमी कक्षा में पहुंच गया।
अगस्त 05, 2023 - चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया। पूर्वनियोजित कार्यक्रम के मुताबिक अब चंद्रयान 164 किमी x 18074 किमी कक्षा में पहुंच गया।
अगस्त 06, 2023 - एलबीएन#2 (LBN#2) चरण सफलतापूर्वक पूरा हुआ। इसके साथ ही अंतरिक्ष यान चंद्रमा के चारों ओर 170 किमी x 4313 किमी की कक्षा में घूमने लगा।
अगस्त 09, 2023 - इसरो के एक सफल युक्तिचालन (maneuver) के बाद चंद्रयान -3 की कक्षा घटकर 174 किमी x 1437 किमी हो गई।
अगस्त 16, 2023 - इसकी गति कम करने एक और सफल युक्तिचालन के बाद अंतरिक्ष यान 153 किमी x 163 किमी की कक्षा में पहुंच गया।
अगस्त 17, 2023 - अंतरिक्ष यान का 'विक्रम' लैंडर माड्यूल सफलतापूर्वक नोदन मॉड्यूल (Propulsion Module) से अलग हुआ।
अगस्त 20, 2023 - एक और गति कम करने के प्रयास (de-boosting) के बाद लैंडर मॉड्यूल के चंद्रमा का धरातल पर उतरने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई।
अगस्त 21, 2023 - चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर से संपर्क साधा। 2019 में भेजे गए ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 के लैंडर के स्वागत में कहा - Welcome Buddy!
अगस्त 23, 2023 - विक्रम' लैंडर मॉड्यूल की चंद्रमा के सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग हुई। इसके साथ ही लैंडर ने चांद से पहले पहला संदेश भेजा - 'मैं मंजिल पर पहुंच गया हूं, और आप भी।'