जानिये नमामि गंगे से जुड़ी खास बातें
गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए केंद्र सरकार के नमामि गंगे कार्यक्रम का गुरुवार को आगाज हो गया।
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Publish Date: Thu, 07 Jul 2016 02:12:26 PM (IST)
Updated Date: Thu, 07 Jul 2016 02:14:50 PM (IST)
नई दिल्ली। गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए केंद्र सरकार के नमामि गंगे कार्यक्रम का गुरुवार को आगाज हो गया। हरिद्वार के अलावा देश के 208 केंद्रों पर इसकी एकसाथ शुरुआत हुई। पीएम मोदी ने सत्ता में आने के बाद गंगा को स्वच्छ करने का संकल्प लिया था जिसके तहत इस कार्यक्रम को केंद्रीय कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया है।
- नमामि गंगे के तहत गंगा को स्वच्छ करने के लिए पिछले 30 साल में सरकार की ओर से खर्च की गई राशि से यह रकम चार गुना है।
- नमामि गंगे के तहत सरकार ने गुरुवार को 231 से ज्यादा प्रोजेक्ट लॉन्च किए।
- ये परियोजनाएं उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और दिल्ली में शुरू की जा रही हैं।
- इनके माध्यम से गंगा घाटों के निर्माण और श्मशानों के आधुनिकीकरण के अलावा पौधारोपण शामिल है।
- सरकार ने अब इस कार्यक्रम में अहम बदलाव करते हुए गंगा नदी के किनारे बसे लोगों को स्वच्छ गंगा मिशन में शामिल करने पर ध्यान केन्द्रित किया है ताकि इसके बेहतर और टिकाऊ नतीजे हासिल हो सकें।
- इस कार्यक्रम को रफ्तार देने के लिए इसके तहत आने वाली सभी गतिविधियों और परियोजनाओं की पूरी फंडिंग केन्द्र करेगा।
- केन्द्र की इस योजना को और मजबूत ढंग से लागू करने के लिए चार बटालियन गंगा इको टास्क फोर्स के गठन की योजना है। यह प्रादेशिक सैन्य इकाई होगी।
- ‘नमामि गंगे’ के तहत जलवाही स्तर की वृद्धि, कटाव कम करने और नदी के पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिति में सुधार करने के लिए 30,000 हेक्टेयर भूमि पर वन लगाये जाएंगे।