ब्यूरो, लखनऊ। Kanwar Yatra Route Eateries: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्ग में पड़ने वाली खाने-पीने की दुकानों पर संचालक का नाम लिखने के योगी सरकार के आदेश पर हंगामा जारी है। पुलिस ने जहां आदेश पर अमल शुरू कर दिया है, वहीं बयानबाजी भी तेज है।
ताजा मामले में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सीएम योगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। महबूबा मुफ्ती ने कहा, भाजपा संविधान के खिलाफ काम कर रही है। ये लोग देश में तनाव पैदा करना चाहते हैं। मुसलमानों का हक खत्म करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं?
एक्शन शुरू हो गया है। खुद डीआईजी अजय साहनी ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खान-पान की दुकानों का निरीक्षण किया। सरकार का साफ कहना है कि यदि दुकानों पर मालिकों का नाम लिखा नहीं मिला, तो थानेदार जिम्मेदार होंगे।
डीआईजी ने शुक्रवार को आला अधिकारियों के साथ करीब 4 घंटे तक कांवड़ यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया। अधिकतर होटलों पर संचालकों का नाम लिखा मिला। जिन होटलों पर नाम नहीं थे, उन्हें तत्काल अमल करने का निर्देश दिया।
इस बीच, लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने कहा, ‘यह विडंबना ही है कि श्रीराम भोजनालय लिखा हुआ है, जिसे चलाने वाले शहाबुद्दीन हैं।’
इस बीच, दुकानों पर बोर्ड लगाने के यूपी सरकार के आदेश पर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। विपक्ष के नेता इसे संविधान के खिलाफ बता रहे हैं, जबकि सरकार कांवड़ियों की शुचिता की दुहाई दे रही है।
उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है। - प्रियंका वाड्रा, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव
पुलिस-प्रशासन की जिम्मेदारी है कि धार्मिक कार्य में शांति व्यवस्था बनी रहे। अखिलेश यादव कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक मामले में बयानबाजी करके उत्तर प्रदेश को राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहते हैं। -मौलाना शहाबुद्दीन रजवी, आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष