Jharkhand: क्या महाराष्ट्र के बाद अब झारखंड में भी सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है? प्रदेश के ताजा सियासी घटनाक्रम का विश्लेषण करने के बाद जानकार यही अंदाजा लगा रहे हैं। दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव से पहले झारखंड में राजनीतिक गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें राज्य के मौजूदा हालात की जानकारी दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव भी गुरुवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली में झारखंड के बीजेपी नेताओं के जमावड़े को राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन मौजूदा राजनीतिक हालात कुछ और ही इशारा कर रहे हैं। इधर, द्रौपदी मुर्मू को झामुमो के समर्थन की घोषणा के बाद सत्ता के गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म है।
राष्ट्रपति चुनाव के बहाने रिश्तों की खटास कम करने की झामुमो की कोशिशों के भी मायने निकाले जा रहे हैं। चर्चा आम है कि महाराष्ट्र के बाद झारखंड में सियासी बदलाव की बात महज एक शिगुफा नहीं है। हाल ही में दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद इन अटकलों को और हवा मिली है। देवघर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री की सक्रियता से भी इसे बल मिला है। देवघर में मुख्यमंत्री ने जिस गर्मजोशी के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत किया, उसे भी लोग भविष्य की रणनीतियों से जोड़कर देख रहे हैं।
इधर, प्रधानमंत्री के जाने के 48 घंटे बाद झामुमो ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की घोषणा करते हुए यूपीए के फैसले से खुद को अलग कर लिया। इन सभी समीकरणों को जोड़ने पर बहुत कुछ स्पष्ट हो जाता है। आपको यह भी बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तमाम कानूनी पेचीदगियों में फंसे हुए हैं। उनसे जुड़ा मामला झारखंड हाईकोर्ट और चुनाव आयोग में चल रहा है।