श्रीनगर। जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद अब वहां जल्द चुनाव कराए जाने की संभावना दिखाई देने लगी है। राज्य के पहले उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि नए बने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में जल्द ही चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मुरमू ने साथ ही जोड़ा कि 'ऐसा लगातार नहीं चलेगा'। उन्होंने कहा कि चुनाव कराने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली बार होने वाले चुनाव के लिए उप राज्यपाल ने पुलिस की भी महत्वपूर्ण भूमिका बताई। उन्होंने कहा कि पारदर्शी, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में पुलिस की अहम भागीदारी रहेगी। अपने संबोधन के दौरान उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर पुलिस की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि फोर्स ने आतंकवाद की चुनौती का मजबूती से सामना किया।
जम्मू कश्मीर से 5 अगस्त को हटा था अनुच्छेद 370
मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती दौर में ही बड़ा फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटा दिया था। इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह ने इसी साल 5 अगस्त को राज्यसभा में संकल्प पत्र पेश किया था जिसमें इसकी जानकारी दी गई थी। इसके साथ ही शाह ने जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग करते हुए इन दोनों को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की घोषणा की थी।
जम्मू-कश्मीर को विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बनाया
मोदी सरकार के इस फैसले के अंतर्गत जहां लद्दाख को बिना विधानसभा का केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। वहीं जम्मू कश्मीर में विधानसभा को रखा गया था। इसके तहत जम्मू-कश्मीर में गोवा और दिल्ली की तरह राज्य सरकार का गठन हो सकता है।
बता दें कि जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। इसके साथ ही जीसी मुरमू को राज्य का पहला उप राज्यपाल घोषित किया गया है। मुर्मू की निगरानी में ही अब पूरी चुनाव प्रक्रिया की जाएगी।