पटना। बिहार में बाढ़ की स्थिति एक बार फिर गंभीर होती जा रही है। रविवार सुबह गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि के साथ पटना शहर में पानी घुसने लगा है। पटना के ग्रामीण अंचलों में पानी के कारण पहले से ही तबाही का आलम है। उधर, छपरा के अवतारनगर के पास पानी के दबाव से एक पुलिया ध्वस्त हो गई है।
इस दुर्घटना के दौरान 25 लोग पानी में गिर गए, जिनमें 10 को निकाल लिया गया। शेष को निकालने की कवायद जारी है। फल्गु, दुर्गावती व सोन के जलस्तर में भी लगातार चढ़ाव देखा जा रहा है। इस बीच दक्षिण बिहार के जिलों में बाढ़ में पांच लोगों के डूबकर मरने की खबर है।
नीतीश ने दिए तत्काल राहत के आदेश
इसके पहले शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए थे। सारण में एनएच पर चढ़ा पानी, पुलिया ध्वस्त बिहार के सारण जिले में बाढ़ का असर गहरा गया है।
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रविवार की सुबह छपरा के अवतारनगर के पास एक पुलिया ध्वस्त हो गई। बताया जा रहा है कि बाढ़ का पानी देखने के दौरान 25 लोग पुलिया के ध्वस्त होने के साथ पानी की तेज धारा में बहने लगे। दस लोगों को निकाल लिया गया है। बाकी लोगों के दबने या बह जाने की आशंका है। इससे वहां अफरातफरी का माहौल है।
उधर, दिघवारा के कई गांवों में पानी घुस गया है। रविवार को डोरीगंज के पास एनएच पर पानी आ जाने से आवागमन बाधित हो गया है। डोरीगंज बाजार में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसके पहले शनिवार देर रात आमी गांव की दलित बस्ती में पानी के प्रवेश से हालात बिगड़ गए। बरूआ पंचायत के रामदासचक, पिपरा, मुक्तिधाम एवं मलखाचक में कटाव हो रहा है।
पटना में घुसने लगा उफनाती गंगा का पानी
पटना के ग्रामीण इलाकों खासकर दियारा क्षेत्र में शनिवार को ही बाढ़ का पानी घुसने से लोग बेचैनी में थे। मनेर के हल्दी छपरा, रतनटोला में पहले से ही बाढ़ ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है।
रविवार की सुबह पाटलिपुत्र कालोनी में गंगा का पानी नालों से होकर घुसने लगा। इससे निचले इलाकों में पानी घुसने लगा है। लंबे समय बाद गंगा का पानी पटना शहर में घुसने से बाढ़ की आशंका के बीच लोग बेचैनी में हैं।
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सासाराम में सोन का कहर जारी
आरा में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, बड़हरा और शाहपुर में बाढ़ के पानी में डूबकर चार युवकों की मौत हो गई, जबकि सासाराम में सोन का कहर जारी है। रोहतास व नौहट्टा प्रखंड के आधा दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया है। सोन टीला पर सौ से अधिक लोग फंसे हैं।
सासाराम डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि बाढ़ का पानी कई गांवों में प्रवेश कर गया है। एसडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित स्थान पर ला रही है। सोनटीला से 42 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। दोपहर इंद्रपुरी बराज पर जहां 4.99 लाख क्यूसेक पानी था, वहीं शाम को घटकर 3.90 लाख क्यूसेक हो गया है।