संवाद सहयोगी, किश्तवाड़। किश्तवाड़ में आतंकियों ने एक खौफनाक वारदात को अंजाम देते हुए मेडिकल असिस्टेंट और आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके एक निजी सुरक्षा कर्मचारी (पीएसओ) की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। आतंकियों ने वारदात को अंजाम दिनदहाड़े जिला अस्पताल परिसर में दिया। हत्याओं को अंजाम देने के बाद आतंकी फरार होने में कामयाब रहे। इलाके में तनाव होने से कर्फ्यू लगाकर मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
घटना की सूचना मिलते ही सेना और अन्य सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को सील कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए व्यापक तलाशी अभियान छेड़ दिया है। वारदात दोपहर 12 बजकर45 मिनट पर हुई। आरएसएस कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा पुत्र सोमनाथ शर्मा , किश्तवाड़ के ब्राह्माण मोहल्ला जिला अस्पताल में मेडिकल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत थे। चंद्रकांत ओपीडी के बाहर किसी से बात कर रहे थे उस वक्त उनके साथ तीन निजी सुरक्षा कर्मचारी भी मौजूद थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुर्ता पायजामा और सिर पर टोपी पहने आतंकी बैग लटकाए अस्पताल परिसर में आया। उसने मुंह पर रुमाल बांध रखा था। पीएसओ से थोड़ी दूरी पर उसने बैग से पहले से तैयार कर रखी एके-47 निकाली और चंद्रकांत के सुरक्षा कर्मचारी कांस्टेबल राजेंद्र को निशाना बना कर अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे वह मौके पर शहीद हो गया।
इसके बाद आतंकी ने चंद्रकांत शर्मा को गोलियों से भून दिया। गोलियां चंद्रकांत शर्मा के बांयी तरफ पेट में लगी। इसी बीच, हमलावर आतंकी ने शहीद निजी सुरक्षा कर्मचारी राजेंद्र की राइफल उठा ली। इस दौरान एक अन्य सुरक्षाकर्मी ने अपनी पिस्टल से आतंकी पर फायर किया, लेकिन वह अस्पताल में मची अफरातफरी में भाग निकला।
आातंकी हमले के बाद लोगों और अस्पताल स्टाफ ने चंद्रकांत को गंभीर हालत में जिला अस्पताल के अंदर पहुंचाया। वारदात की सूचना मिलते ही चुनाव प्रचार के लिए पहले से किश्तवाड़ में मौजूद भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी तत्काल अस्पताल पहुंचे। उनसे साथ पूर्व मंत्री सुनील शर्मा भी थे।
उन्होंने किश्तवाड़ प्रशासन के साथ जम्मू में भी बात की। इसके साथ ही उन्होंने चंद्रकांत शर्मा को उपचार के लिए दिल्ली भिजवाने की बात भी कही। डॉक्टरों ने तुरंत प्राथमिक उपचार करने के बाद चंद्रकांत को जम्मू रेफर कर दिया। चंद्रकांत शर्मा को एयरलिफ्ट के जरिए जम्मू पहुंचाया गया। इस बीच शाम को आरएसएस नेता ने गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनके शव को एयरलिफ्ट कर किश्तवाड़ पहुंचाया गया है।
अस्पताल में सीसीटीवी से हुई छेड़छाड़
सुरक्षाबलों को घटनास्थल से एके-47 राइफल के चार खोल मिले हैं। जांच में सीसीटीवी कैमरों में छेड़छाड़ की बात सामने आ रही है।हमले में अस्पताल के अंदर के किसी व्यक्ति के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। माना जा रहा है कि इस हमले को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने कई दिनों तक रेकी की है।
इससे पहले आतंकियों ने पिछले साल एक नंबर को किश्तवाड़ में अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार की भी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। अनिल परिहार भाजपा के राज्य सचिव थे। इस मामले की जांच एनआईए कर रही है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
उमर और महबूबा ने की निंदा
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने वारदात की कड़े शब्दों में निदा की। दोनों नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की। इसके अलावा महबूबा ने राज्यपाल से मामले की जांच कराने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि कहीं यह साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश तो नहीं।