एजेंसी, कोलकाता। सोमवार देर रात जम्मू कश्मीर के डोडा में हुए आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच जवान बलिदान हो गए। कैप्टन बृजेश थापा के पिता कर्नल (रिटायर) भुवनेश के. थापा बेटे को याद करते हुए भावुक हो गए।
उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने आतंकवादियों का ईमानदारी से सामना किया। वह सामने दिख रहे जोखिम से डरा नहीं। मुझे उस पर गर्व है।
एक समाचार एजेंसी को उन्होंने दार्जिलिंग के लेबोंग से बताया कि डोबा में सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड हुई थी। इस तरह के अभियानों में बहुत रिस्क होता है। इस दौरान सेना के जवानों का काम ईमानदारी से जोखिम का सामना करना होता है।
उन्होंने कहा कि मेरे बेटे के सामने भी जोखिम था, लेकिन वह उससे घबरा नहीं था। कर्नल थापा ने बताया कि वह इंजीनियर था। वह चाहता तो प्राइवेट सेक्टर में अच्छा करियर बना सकता है, लेकिन उसने सेना को चुना। मेरी उससे आखिरी बार 14 जुलाई को बात हुई थी।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ट ने कैप्टन बृजेश थापा के बलिदान होने पर शोक जताया।
ममता बनर्जी ने इंटरनेट मीडिया मंच एक्स पर दुख जताते हुए कहा कि यह जानकर दुख हुआ कि दार्जिलिंग के एक युवा सेना अधिकारी ब्रिजेश थापा ने जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया। मेरी सच्ची संवेदना परिवार के साथ है।
सांसद बिस्ट ने कहा कि बृजेश उन लोगों फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने इस देश के लिए बलिदान दिया है। हम सभी को उन पर बहुत गर्व है। परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में हम सभी साथ हैं।