एजेंसी, नई दिल्ली (Delhi Coaching Center Case)। दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से हुई तीन छात्रों की मौत का मुद्दा सोमवार को संसद में गूंजा। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि यह दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की आपराधिक लापरवाही है।
बांसुरी स्वराज ने मांग की कि गृह मंत्रालय को इस हादसे की जांच के लिए कमेटी बनाना चाहिए। वहीं, समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने भी इसे गंभीर मामला बताया।
हादसे के दूसरे दिन सोमवार सुबह से एक्शन जारी है। एक तरफ जहां छात्र कोचिंग सेंटर की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं पुलिस भी एक्शन में है। सोमवार सुबह पुलिस ने पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें बेसमेंट का मालिक भी शामिल है।
वहीं, दिल्ली महानगर पालिका (MCD) भी एक्शन में है। एमसीडी ने लापरवाही बरतने पर एक इंजीनियर को बर्खास्त किया है। साथ ही, कोचिंग सेंटर के अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चलाया।
यह एक दर्दनाक घटना है। योजना बनाना और एनओसी प्रदान करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सवाल यह है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। यह अवैध इमारत का सिर्फ एक मामला नहीं है। हम यूपी में भी यही देख रहे हैं। अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। क्या दिल्ली में भी सरकार बुलडोजर चलाएगी या नहीं? - अखिलेश यादव, लोकसभा में