Chandrayaan 3 Mission: जानें लखनऊ की बेटी रितु करिधाल के बारे में, जो चंद्रयान-3 की कराएगी सॉफ्ट लैंडिंग
Chandrayaan 3 Mission डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर रितु करिधाल मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Wed, 12 Jul 2023 03:09:15 PM (IST)
Updated Date: Fri, 14 Jul 2023 09:29:50 PM (IST)
Chandrayaan-3 Mission। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) ने चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग की तैयारियों में जुटा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक Chandrayaan-3 को 14 जुलाई को दोपहर 2.35 बजे चांद की ओर रवाना किया जाएगा। चंद्रयान-3 की लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कराई जाएगी, जहां अभी तक दुनिया के किसी भी देश ने दस्तक नहीं दी है। इसमें सबसे खास बात ये है कि Chandrayaan-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की जिम्मेदारी इस बार एक महिला खगोल वैज्ञानिक को सौंपी गई है। इसरो के चेयरमैन एस. सोमनाथ ने Chandrayaan-3 की लॉन्चिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि इसकी टेस्टिंग भी पूरी कर ली गई है। इस मिशन में कुल 29 डिप्टी डायरेक्टर और 55 प्रोजेक्ट मैनेजर दिन-रात काम में लगे हुए हैं।
लैंडिंग की जिम्मेदारी रितु करिधाल को
इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी इस बार एक महिला वैज्ञानिक ऋतू करिधाल को सौंपी गई है। रितु करिधाल चंद्रयान-3 की मिशन डायरेक्टर हैं और प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी. वीरा मुथुवेल हैं। रितु करिधाल मंगलयान की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर और चंद्रयान-2 में मिशन डायरेक्टर रह चुकी हैं। रितु करिधाल को देश की 'रॉकेट वुमन' के नाम से भी पहचाना जाता है।
लखनऊ की बेटी है रितु करिधाल
डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर रितु करिधाल मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ के सेंट एग्नीस स्कूल से हुई और लखनऊ विश्वविद्यालय से भौतिकी में MSC करने के बाद रितु एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमटेक करने के लिए भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु चली गई थी। एमटेक करने के बाद रितु ने PHD करना शुरू कर दिया था लेकिन इसरो में नौकरी के लिए उन्होंने अपनी PHD छोड़ दी। साल 2007 में रितु को इसरो यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी मिल चुका है।
45 से 50 दिन बाद चांद पर पहुंचेगा यान
14 जुलाई को लॉन्चिंग के बाद Chandrayaan-3 करीब 45 दिन का समय अंतरिक्ष में गुजारेगा, जो LVM-3 रॉकेट से अंतरिक्ष में सफर करेगा। खास बात ये है कि चंद्रयान-3 में इस बार ऑर्बिटर नहीं भेजा जा रहा है। चंद्रयान-3 के साथ इस बार देश में तैयार किए गए प्रोपल्शन मॉड्यूल भेजे जा रहे हैं, जो लैंडर और रोवर को चंद्रमा की कक्षा तक लेकर जाएगा। चंद्रयान-3 अपने साथ कुल वजन 2145.01 किलोग्राम वजन लेकर जा रहा है, जिसमें 1696.39 किलोग्राम फ्यूल है।