एएनआई, लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने बड़ा फैसला लेते हुए भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाने का फैसला वापस ले लिया है। उन्होंने आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर पद से हटा दिया है। मायावती ने कहा कि उनको तब तक इस पद से अलग किया जा रहा है, जब तक उनमें पूर्ण परिपक्वता नहीं आती है।
BSP chief Mayawati tweets, "I declared Akash Anand as the National Coordinator of BSP and my successor, but in the larger interest of the party and the movement, he is being separated from both these important responsibilities until he attains full maturity" pic.twitter.com/Lpw8W9pdNr
— ANI (@ANI) May 7, 2024
मायावती ने कहा कि विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्मसम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है, जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी जिन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।
इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, लेकिन पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
जबकि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में और बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
मायावती के फैसला को आकाश आनंद पर हुई एफआईआर के बाद कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, आकाश आनंद ने एक चुनावी रैली में बीजेपी सरकारी की तुलना आतंकवादियों से कर दी थी। उसके बाद सीतापुर में भाजपा के विरोध के बाद आकाश आनंद पर एफआईआर हुई थी। इसके बाद आकाश आनंद की सारी चुनावी सभाओं को निरस्त कर दिया गया था।