LIVE Bharat Band: केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बंद जारी है। यहां किसानों ने रास्ते बंद किए हैं। दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर कई किमी लंबा जाम देखने को मिला है। मुंबई-अहमदाबाद हाई वे पर भी जाम है। वहीं पंजाब में प्रदर्शनकारी अमृतसर के देवीदासपुरा गांव में रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए। उत्तर रेलवे के मुताबिक, दिल्ली, अंबाला और फिरोजपुर मंडलों में रेल परिचालन प्रभावित है क्योंकि लोग रेल पटरियों पर बैठे हैं। दिल्ली संभाग में 20 से ज्यादा जगहों पर जाम लगाया जा रहा है। अंबाला और फिरोजपुर मंडल में करीब 25 ट्रेनें प्रभावित हैं। (नीचे देखिए फोटो वीडियो)
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष को उल्टे पांव लौटाया: कांग्रेस ने शुरू से किसान आंदोलन का सियासी फायदा लेने की कोशिश की है। भारत बंद के दौरान भी दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने ऐसा ही करने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने उल्टे पांव लौटा दिया। बीकेयू के प्रवीण मलिक के मुताबिक, हमने उनसे कहा कि हम समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं लेकिन हमारा एक गैर-राजनीतिक विरोध और मंच है। हमने पहले घोषणा की थी कि हम अपने मंच पर राजनीतिक दलों को अनुमति नहीं देंगे। इसलिए हमने उनसे अनुरोध किया कि वे हमारी साइट से थोड़ी दूर पर विरोध करें। वहीं धरना प्रदर्शन से रोके जाने के बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा, मैं उनकी स्थिति समझ सकता हूं। यह किसानों का मसला है, कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी। अगर किसान हमें यहां से जाने को कहेंगे तो हम वापस चले जाएंगे। हम यहां किसानों के लिए आए हैं, कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है।
#WATCH | Some agitating farmers, at Ghazipur border, ask Delhi Congress chief Anil Chaudhary to leave from their site of protest where he had come to join them. Farmers organisations have called a Bharat Bandh today over the three farm laws. pic.twitter.com/jJ7JH1MQ3s
— ANI UP (@ANINewsUP) September 27, 2021
लंच के बाद ही निकलें, नहीं तो जाम में फंसे रहेंगे: राकेश टिकैत
इस बीच, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने कुछ भी सील नहीं किया है और सिर्फ एक संदेश देना चाहते हैं। हम दुकानदारों से अपील करते हैं कि वे अपनी दुकानें फिलहाल बंद रखें और शाम चार बजे के बाद ही खोलें। यहां कोई भी किसान बाहर से नहीं आ रहा है। बकौल टिकैत, शाम 4 बजे तक बंद रहेगा। लोगों से अनुरोध है कि लंच के बाद ही निकलें, नहीं तो जाम में फंसे रहेंगे। एम्बुलेंस को, डॉक्टरों को, ज्यादा जरूरतमंदों को निकलने दिया जाएगा।
दरअसल, सोमवार, 27 सितंबर को किसान आंदोलन के 10 महीने पूरे हो रहे हैं, जिसकी वजह से संयुक्त किसान मोर्चा इस दिन देशव्यापी हड़ताल कर रहा है। इस हड़ताल में 40 से अधिक कृषि संगठन, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और एलडीएफ जैसे कई राजनीतिक दल भी शामिल हैं। इस दौरान पूरे देश में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की गतिविधियां बंद रहेंगी। यहां हम बता रहे हैं कि आज क्या खुला है और क्या बंद। यह भारत बंद सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा। एसकेएम ने आश्वासन दिया है कि बंद को स्वैच्छिक और शांतिपूर्ण तरीके से लागू किया जाएगा।
फोटो: केरल में सड़कें सूनी हैं। तिरुवनंतपुरम में दुकानें बंद हैं। एलडीएफ और यूडीएफ से जुड़े ट्रेड यूनियनों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया। तस्वीरें थंपनूर और पूर्वी किला क्षेत्रों की
फोटो: हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में किसानों ने दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध कर दिया गया।
शंभू बॉर्डर शाम 4 बजे तक के लिए बंद: किसानों ने हरियाणा और पंजाब को जोड़ने वाली शंभू बॉर्डर को शाम चार बजे तक के लिए बंद कर दिया है। यहां वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप्प है। यहां मौजूद एक किसान ने कहा, किसानों के विरोध के भारत बंद के आह्वान को देखते हुए हमने शाम चार बजे तक शंभू सीमा (पंजाब-हरियाणा सीमा) को बंद कर दिया है। देखिए तस्वीरें
'हाईवे पर नहीं चलेंगे वाहन
किसान नेताओं की योजना के अनुसार यह भारत बंद सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा। इस दौरान आंदोलन से जुड़े सभी लोग दिल्ली बॉर्डर के सभी रास्तों पर धरना देंगे। इस बार गांव से किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर नहीं बुलाया जा रहा है, लेकिन वो अपने-अपने गांव में विरोध करेंगे। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान NH-24 और NH-9 में ट्रैफिक जाम करेंगे। यूपी के किसान भी हाइवे जाम करने नहीं पहुंचेंगे, बल्कि वो अपने-अपने क्षेत्र में बंद का आयोजन करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा नेताओं के नेताओं का कहना है कि पुलिस ने आंदोलनकारी किसानों को हटाने की कार्रवाई की तो किसान जेल जाना पसंद करेंगे लेकिन सड़कों से नहीं हटेंगे।
क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद
इस दौरान पूरे देश में सभी सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक और अन्य संस्थान, दुकानें, उद्योग और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान के साथ-साथ सार्वजनिक कार्यक्रम बंद कराए जाएंगे। हालांकि, अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य और व्यक्तिगत आपात स्थिति में शामिल लोगों सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं को छूट दी जाएगी। बंद के दौरान एंबुलेंस और इमरजेंसी सर्विसेज को नहीं रोका जाएगा। हालांकि मालवाहक ट्रकों और गाड़ियों को दिल्ली से बाहर या अंदर जाने से रोका जाएगा।
इन दलों ने किया समर्थन
किसानों के इस भारत बंद को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, वाम दल, तेलुगू देशम पार्टी, एलडीएफ और बैंक अधिकारी संघ ने अपना समर्थन दिया है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा की है कि वो भी देशव्यापी हड़ताल में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी बंद का समर्थन किया है। भारतीय किसान यूनियन ने उनके समर्थन का स्वागत किया है, लेकिन कहा है कि वो किसी भी राजनीतिक दल के साथ मंच साझा नहीं करेंगे।
गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर बेहाल
पंजाब: पटरियों पर बैठे प्रदर्शनकारी किसान