एजेंसी, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में आरक्षण भी बड़ा मुद्दा बना गया है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक फर्जी वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे आरक्षण खत्म करने की बात कह रहे हैं। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर यह वीडियो शेयर किया है।
अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्पेशल सेल की साइबर सेल यूनिट को एक शिकायत मिली थी, जिसके बाद उसने जांच शुरू की। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस उस अकाउंट की पहचान कर पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिसने सबसे पहले फर्जी वीडियो अपलोड किया था, जिसमें शाह आरक्षण खत्म करने का बयान दे रहे थे।
इससे पहले रविवार को देश में आरक्षण पर दो बड़े बयान सामने आए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्पष्ट किया कि संघ कभी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा।वहीं अमित शाह ने भी यूपी के एटा की सभा में कहा कि देश में आरक्षण खत्म ना हो, यह भी मोदी की गारंटी है।
भाजपा के सत्ता में रहते अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण पर कोई पुनर्विचार नहीं होगा। राहुल गांधी हमारे खिलाफ अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा 10 साल से इस देश की सत्ता पर काबिज है और दो बार पूर्ण बहुमत के साथ चुनी गई है। यदि हम वास्तव में देश में आरक्षण समाप्त करने की मंशा से काम कर रहे होते तो अब तक ऐसा हो चुका होता। यह झूठ के अलावा और कुछ नहीं है। - अमित शाह
इसके बाद अदमदाबाद की रैली में अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस आरोप पर तीखा हमला बोला कि भाजपा तीसरी बार निर्वाचित होने पर पिछड़े वर्गों का आरक्षण खत्म कर देगी।
शाह ने कहा कि राहुल गांधी केवल लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा सत्ता में है, कोई आरक्षण खत्म नहीं कर सकता। अगर भाजपा पिछड़े वर्गों का आरक्षण वापस लेने की दिशा में काम कर रही होती, तो अब तक वह ऐसा कर चुकी होती।