देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। अगर आप भी उन्हें फॉलो करते हैं, तो सावधान हो जाएं। विदेश मंत्रालय ने इसस मामले में अलर्ट जारी किया है। साथ ही सोशल मीडिया पर सरकार से जुड़े फर्जी अकाउंट से सावधान रहने की अपील की है। इस मामले में सोमवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने ट्वीट कर जानकारी।
प्रवक्ता के ट्वीट कर कहा ये
अरिंदम बागजी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर धोखेबाजों के बारे में चेतावनी दी। कहा कि महत्वपूर्ण अलर्ट। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोबाल केसी का ट्विटर पर कोई ऑफिशियल खाता नहीं है। यह उनके नाम के धोखेबाज या फेक अकाउंट के खिलाफ सावधानी बरतने की सलाह है। बता दें जून 2019 को अजीत डोभाल को दूसरे कार्यकाल के लिए सुरक्षा सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्त किया गया।
पिछले दिनों पेरिस में थे डोबाल
एनएसए डोभाल 7 नवंबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने के साथ भारत-फ्रांस रणनीतिक वार्ता की सह-अध्यक्षता करने के लिए पेरिस में थे। द्विपक्षीय मीटिंग में दोनों देशों ने खुफिया और सूचना साझा करने, आपसी क्षमताओं को बढ़ाने, सैन्य अभ्यासों का विस्तार करने, समुद्री, अंतरिक्ष और साइबर डोमेन में नई पहल करने के विस्तार का संकल्प लिया।
Important Alert!
Shri Ajit Kumar Doval K.C., National Security Advisor has no official account on Twitter. This is to advise caution against impostor or fake accounts under his name.
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) November 8, 2021
भारत के जेम्स बांड है
अजीत डोभाल आईपीएस ऑफिसर थे। उन्हें जासूसी का लंबा अनुभव है। वह अंडरकवर रहते हुअ पाकिस्तान में करीब सात साल रहे थे। डोभाल को भारत का जेम्स बांड कहा जाता है। वर्ष 1991 में खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने रोमानिया राजनयिक को अगवा कर लिया था। उन्हें बचाने की योजना डोबाल ने बनाई थी।