अजय सिंह यादव ने मतगणना से पहले स्वीकारी कांग्रेस की हार
कैप्टन ने पत्रकारों से चर्चा में कहा केवल रोहतक और झज्जर के लोगों को नौकरी देने के कारण कांग्रेस महज 25 सीटों पर सिमट जाएगी।
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Publish Date: Thu, 16 Oct 2014 02:19:29 PM (IST)
Updated Date: Thu, 16 Oct 2014 02:25:43 PM (IST)
गुड़गांव। कांग्रेस नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने मतगणना से पहले ही कांग्रेस की हार स्वीकार कर ली है। कैप्टन ने पत्रकारों से चर्चा में कहा केवल रोहतक और झज्जर के लोगों को नौकरी देने के कारण कांग्रेस महज 25 सीटों पर सिमट जाएगी। उन्होंने कहा कि हुड्डा के आदमी मुझे भी हराने में लगे रहे। उन्होंने कहा कि 2009 में मैंने और शैलजा ने मिलकर हुड्डा को मुख्यमंत्री बनवाया था।
चुनाव से पहले मुझे भाजपा में शामिल करने के लिए रामबिलास शर्मा व अन्य भाजपा नेताओं ने पूरा प्रयास किया, लेकिन मैं राव इंद्रजीत की तरह अपने स्वार्थ के लिए उस पार्टी को नहीं छोड़ सकता था, जिसने हमें सम्मान दिया। कांग्रेसी नेता ने कहा कि मैंने और मेरे बेटे चिरंजीव राव ने भूमि अधिग्रहण का विरोध किया। इसलिए मुझे किसानों से हुए विवाद को हल करने के लिए बनाई कमेटी से दूर रखा गया। अप्रत्यक्ष रूप से उन्होंने अपनी भी हार स्वीकार कर ली।
कैप्टन ने कहा कि जब अच्छे और बड़े काम करके इंदिरा गांधी और शीला दीक्षित चुनाव हार सकती हैं, तो जनता का फैसला मुझे भी मंजूर होगा। उन्होंने ने कहा कि मीडिया में मोदी के शोर के कारण मेरा भी भाजपा प्रत्याशी के साथ कड़ा मुकाबला हुआ है। गौरतलब है कि भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार में बिजली मंत्री रहे कैप्टन अजय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावती तेवर अख्तियार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया था कि वो कांग्रेस छोड़कर कहीं अन्यत्र नहीं जा रहे हैं। उस समय भी उन्होंने कहा था कि राज्य में सिर्फ कुछ विशेष क्षेत्रों का ही विकास किया जा रहा है और कई इलाकों के साथ विकास के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है, जिसमें उनका क्षेत्र भी शामिल है।