कांग्रेस दर्शन के नवंबर अंक में उठाया था नेहरू पर सवाल
इंदिरा गांधी के वैवाहिक जीवन पर भी की गई थी टिप्पणी।
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Publish Date: Wed, 06 Jan 2016 09:20:45 PM (IST)
Updated Date: Sun, 10 Jan 2016 05:50:25 PM (IST)
धर्मेन्द्र जोरे (मिड डे), मुंबई। कांग्रेस के मुखपत्र के दिसंबर अंक में ही नहीं नवंबर अंक से भी पार्टी आहत हुई थी। दिसंबर अंक में कश्मीर, चीन और तिब्बत समस्या का जिक्र होने से नेहरू की छवि पर दाग लगता है। एक लेख में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पिता को तानाशाह सिपाही का लेबल लगा है।
लेकिन इससे पहले नवंबर अंक में भी ऐसी ही सामग्री प्रकाशित की गई थी। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के इतिहास ज्ञान और उनके प्रधानमंत्री बनने पर सवालिया निशान लगाया था। एक अन्य लेख में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के वैवाहिक जीवन पर सवाल उठाया गया था।
मिड डे में नेहरू, वल्लभभाई पटेल और सोनिया गांधी पर पैबंद लगाने वाले लेख के बारे में खबर छपने के बाद कांग्रेस दर्शन के संपादक संजय निरुपम ने माफी मांगी। उन्होंने इसे चूक कहा और भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होने का वादा किया है।
कांग्रेस दर्शन के संपादक निरुपम मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी (एमआरसीसी) के अध्यक्ष भी हैं। निरुपम ने नवंबर अंक (नेहरू जन्मशती विशेष) के बारे में कहा है कि पार्टी के सदस्यों ने इसे देखा है। उन्होंने ऐसी गलती दोबारा नहीं होने का वादा भी किया है।
क्या था नवंबर अंक में
पेज संख्या 5 से 8 तक जोशी का लिखा लेख दिया गया है। इसमें उन्होंने कहा है कि नेहरू प्रधानमंत्री बनने में इसलिए कामयाब हुए क्योंकि महात्मा गांधी ने पटेल और आचार्य कृपलानी को पद की प्रतिस्पर्द्धा से हटने का सुझाव दिया था। ऐसे ही तथ्य दिसंबर के अंक में भी दोहराए गए।
नेहरू के इतिहास ज्ञान पर सवाल
पेज 9 से 10 पर एक अज्ञात लेखक का लिखा लेख छपा है। इसमें भारत एक खोज (नेहरू की लिखी किताब) कोई ऐतिहासिक वर्णन नहीं है और न ही इतिहास में कोई अनुसंधान है। किताब से साबित होता है कि उनके इतिहास ज्ञान का अलग आयाम और उनकी दृष्टि भी भिन्न है।