Yog Aasan: शिथिलासन करने से तनाव व चिंता से मिलती है राहत
योग विशेषज्ञों का कहना है कि पेट में सर्जरी व गर्भवती महिलाओं का यह अभ्यास नहीं करना चाहिए
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Wed, 22 Mar 2023 09:00:16 AM (IST)
Updated Date: Wed, 22 Mar 2023 09:00:16 AM (IST)
बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। योग में शिथिलासन अभ्यास करने से मन से तनाव व चिंता दूर होती है। शरीर को आराम दायक महसूस होती है। येाग विशेषज्ञों का कहना है कि इस अभ्यास से नींद की समस्या से मुक्ति मिलती है। बीपी की समस्या दूर होती है।
योग विशेषज्ञों ने बताया कि शिथिलासन से शरीर,प्राण व मन में सामंजस्य स्थापित होता है। मानव-व्यक्तित्व के शारीरिक,प्राणिक,मानसिक,मनोवैज्ञानिक व आध्यात्मिक स्वरूपों में सामंजस्य लाता है। नियमित अभ्यास द्वारा शरीर के अलग-अलग अंगों में सामंजस्य स्थापित करके शरीर के रोगों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। इस अभ्यास को करना है तो सबसे पहले पेट के बल लेटें व एड़ी-पंजे मिलाएं।
सीना पूरी तरह आसन पर लगा हो। दायां पैर व दायां हाथ सीधा रखें। हथेली का रुख ऊपर की ओर हो। दायां कान आसन पर लगाएं। बाएं पैर को घुटने से मोड़कर इस प्रकार रखें कि बाएं पैर की एड़ी दाएं घुटने को छुए व पंजा बाहर की ओर हो। बायां हाथ मुख के सामने रखें। हथेली का रुख आसन की ओर हो। कंधे से कोहनी तक की भुजा सीधी रहे। कंधे ढीले करें व पूरा शरीर ढीला छोड़ें। यह पूर्णता की स्थिति है।
सामान्य श्वास लेते रहें। अब यही क्रिया बाएं तरफ से करेंगें। बायां पैर व बायां हाथ सीधा रखें। बायां कान आसन पर लगाएं। दाएं पैर को घुटने से मोड़कर एड़ी को बाएं घुटने से स्पर्श करें। दायां हाथ मुख के सामने इतनी दूर रखें जितनी दूर भुजबल्ली कंधे से कोहनी तक का भाग, पूरा शरीर ढीला छोड़ें व सामान्य श्वास लेते रहें।
नियिमित अभ्यास करने सेे शारीरिक व मानसिक थकान दूर होती है। विश्राम दिलाने में मदद मिलती है। शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, शरीर को विश्राम दिलाने में शिथिलासन लाभकारी है। बीपी के दोष दूर होता है। अच्छी व गहरी नींद दिलाने में सहायक होता है।