हेल्थ डेस्क, इंदौर। मानसून के मौसम में कभी बारिश और कभी धूप के कारण चिपचिपी गर्मी पड़ती है। बारिश के कारण इस मौसम में कूलर का इस्तेमाल करने से उमस और भी बढ़ जाती है। ऐसे में लोग एसी का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। उमस और गर्मी से बचने के लिए लोग पूरे दिन और रात बस एसी के सामने बैठे रहते हैं। ऐसा करने से शरीर को काफी सुकून मिलता है और नींद भी अच्छी आती है, लेकिन ज्यादा समय तक एसी में रहना भी नुकसानदायक है। अगर आप भी एसी में सोने के शौकीन है, तो इससे होने वाले नुकसान के बारे में जान लें...
एसी में सोने से ठंडक के कारण मांसपेशियों में अकड़न आ सकती हैं, जो जोड़ों में दर्द की समस्या को बढ़ा सकता है। गठिया या मस्कुलोस्केलेटल कंडीशन वाले मरीजों को ठंडे तापमान में सोने से बचना चाहिए नहीं तो जोड़ों के दर्द की समस्या बढ़ सकती है।
ठंडी हवा के कारण शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। ऐसे में रातभर एसी की हवा में सोना रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन को बढ़ा सकता है, जिससे हमारे शरीर में बैक्टीरियल इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता वीक हो जाती है। और हम बीमारी की चपेट में आ जाते है।
एसी की हवा सिर्फ सेहत पर ही नहीं बल्कि हमारी स्किन को भी नुकसान पहुंचाती है। एसी के कारण वातावरण ड्राई हो जाता है, जिससे हमारी स्किन और आंखों पर असर पड़ता है। स्किन में नमी नहीं होने से ड्राईनेस, खुजली जैसी समस्या हो सकती है। वहीं आंखों में ड्राईनेस के कारण जलन, खुजली जैसी समस्या हो सकती है।