लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। पेट से जुड़ी हुई समस्या पपीते का सेवन का गुणकारी होता है। लेकिन आपको जानकर यह हैरानी होगी कि पक्के पपीते के साथ कच्चे पपीते का सेवन भी कई बीमारियों से बचाता है। कच्चा पपीता जहां पाइल्स के रोगियों के लिए रामबाण दवा के समान काम करता है, वहीं कच्चा पपीता को उबालकर खाने से कई बीमारियों से छुटकारा पा जा सकता है। कच्चे पपीते से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं इंदौर अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. अखिलेश भार्गव।
हरा या कच्चा पपीता अस्थमा, ऑस्टियोआर्थराइटिस, गठिया के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें सूजन रोधी गुण होते हैं। कच्चे पपीते में विटामिन-ए भी होता है, फेफड़ों की सूजन को कम करता है। इसके सेवन से टॉन्सिल की समस्या दूर होती है।
कच्चा पपीता शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। कच्चे पपीते में रेचक का गुण होता है, जिससे मल त्याग में परेशानी नहीं होती है। यह कब्ज, बवासीर और दस्त से भी राहत दिलाता है ।
कच्चे पपीते के सेवन से त्वचा को बहुत लाभ मिलता है। इससे सोरायसिस, झाइयां या संक्रमण की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा जिन लोगों का LDL कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ा होता है, उनके लिए भी कच्चा पपीता रामबाण औषधि के समान काम करता है। कच्चे पपीते में भरपूर मात्रा में सोडियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। यह दिल के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।
जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान असहनीय दर्द होता है, उनके लिए कच्चे पपीता काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। गर्भाशय की मांसपेशियों को राहत देता है और यदि मासिक धर्म ज्यादा दिन के लिए चलता है तो उसे कंट्रोल करता है।