Health News : मच्छरों से बचाव ही इनके काटने से होने वाली बीमारियों की रोकथाम का सबसे अच्छा उपाय है। इसलिए सलाह दी जाती है कि अपने घरों व कार्यस्थल के आसपास गंदगी, पानी जमा न होने दें। वर्षा के मौसम में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है। इन बीमारियों के कुछ लक्षणों में समानता होती है।
कुछ लक्षण अलग होते हैं, जिनकी पहचान कर बीमारी की पहचान संभव है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि कोई भी बुखार मलेरिया के कारण हो सकता है। इसलिए बुखार होने पर मेडिकल स्टोर से अपनी मर्जी से दवा खरीदकर स्वयं उपचार नहीं करना चाहिए। चिकित्सीय परामर्श से ही दवा का सेवन करना चाहिए। हालांकि मलेरिया का खतरा कम हुआ है परंतु डेंगू व चिकनगुनिया के मरीज सामने आते रहते हैं।
मलेरिया में ठंड लगना, बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द, थकान, मतली आना आदि लक्षण प्रकट होते हैं। यदि मलेरिया का समय रहते समुचित उपचार न किया जाए तो सेहत के लिए गंभीर खतरा हो सकता है। कुछ मामलों में मलेरिया मृत्यु का कारण बन जाता है। डेंगू होने पर भूख कम लगना, बुखार व हाथ-पैर में दर्द, जी मचलना, उल्टी के लक्षण प्रकट होते हैं।
तेज बुखार के साथ ठंड लगती है। सिर व आंखों में तेज दर्द होता है। त्वचा पर लाल धब्बे पड़ जाते हैं। बुखार के साथ कमजोरी लगती है, रक्त में प्लेटलेट्स कम होने लगता है। चिकनगुनिया में शरीर में चकत्ते या दाने पड़ना आम लक्षण हैं।