Laung Benefits: मुंह की दुर्गंध के कारण झेलना पड़ती है शर्मिंदगी तो ऐसे करें लौंग का सेवन
Laung Benefits मुंह से दुर्गंध आने पर 1 लौंग मुंह में रखकर रोज भोजन के बाद चूसने से मुंह से बदबू आनी बंद हो जाती है।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 27 Jul 2023 01:08:27 PM (IST)
Updated Date: Thu, 27 Jul 2023 01:08:27 PM (IST)
लौंग में एक विशेष तत्व ‘क्लोवेन’ होता है, जो कई फंगल संक्रमणों के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। Laung Benefits। यदि आप भी मुंह से आने वाली दुर्गंध के कारण परेशान है और लोगों के बीच में बैठने पर इस कारण से शर्मिंदगी महसूस करते हैं तो आप कुछ घरेलू उपायों के जरिए भी इस समस्या से निजात पा सकते हैं। दरअसल हमारी रसोई में उपयोग किया जाने वाला लौंग एक शानदार औषधि भी है, जो मुंह की दुर्गंध की समस्या को दूर करने में काफी सहायक होता है। आयुर्वेद के जानकार डॉ. अजीत मेहता ने मुंह की दुर्गंध को दूर करने के लिए लौंग को कारगर औषधि बताया है। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘स्वदेशी चिकित्सा सार’ में इन खास बातों का उल्लेख किया है।
लौंग के गुण
लौंग में एक विशेष तत्व ‘क्लोवेन’ होता है, जो कई फंगल संक्रमणों के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा लौंग में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो कैरेंस बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। साथ ही पाचन सुधारने में भी मदद करता है। लौंग में एक विशेष एनेस्थेटिक गुण होता है, जो दर्द को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसमें पाया जाने वाला तत्व दांतों को मजबूत बनाता है और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है।
मुंह से दुर्गंध आए तो ऐसे करें लौंग का सेवन
मुंह से दुर्गंध आने पर 1
लौंग मुंह में रखकर रोज भोजन के बाद चूसने से मुंह से बदबू आनी बंद हो जाती है। इसके अलावा लौंग मुंह में रखने से कफ आराम से निकलता है तथा कफ की दुर्गन्ध दूर होती है। दांतों का दर्द भी दूर हो जाता है।
- लौंग का सेवन करने से Acidity की समस्या भी दूर होती है। पाचन शक्ति बढ़ती है। गठिया रोग में भी यह राहत देता है। पान में ज्यादा चूना खाने से जीभ फट गई हो तो वह एक लौंग चूसने से जीभ को राहत मिलती है।
- पाचन विकार के कारण भी मुंह से दुर्गंध आती हो तो खाना खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ के साथ लौंग चबाएं। यह मुख रोग और सूखी खांसी में लाभदायक है। इससे बैठी हुई आवाज खुल जाती है और गले की खुश्की और आवाज की कर्कशता ठीक होती है।