नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Holistic Therapy)। मौसम बदलते ही सर्दी-खांसी की समस्या आम बात हो गई है। आमतौर पर लोग मेडिकल स्टोर से एंटी बायोटिक ले लेते हैं, जबकि प्राकृतिक और घर के नुस्खों से ही इस समस्या से दूर रह सकते हैं।
इसमें सिंगाड़ा, खसखस, तिल्ली, गोंद, मैथीदाना, गुड़, खजूर, खारक, शहद, गाय का घी, अखरोट और बादाम का उपयोग करें। इन दिनों ठंडी चीजों और कोल्ड्रिंक को अवाइड करें। यह कहना है कि लाइफस्टाइल व होलेस्टिक थैरेपी विशेषज्ञ डॉ. एके जैन का। वे नईदुनिया के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में पाठकों को प्राकृतिक चिकित्सा और जीवनशैली से संबंधित सवालों के जवाब दे रहे थे।
इसका सबसे बेहतर उपाय यह है कि तनाव प्रबंधन सीखें। न तनाव लें और न ही दें। अच्छी किताबें पढ़ें, पसंदीदा म्यूजिक सुनें, सप्ताह में एक बार प्राकृतिक स्थान पर जाकर कुछ समय बिताएं। सप्ताह में एक दिन मोबाइल से दूरी बनाकर रखें। पानी खूब पिएं। सर्दी-जुकाम को दूर करने के लिए गुड़ और हल्दी पावडर की गोलियां खाएं।
प्रश्न - कुछ दिनों से कूल्हे के जोड़ में दर्द है, क्या करें? - दिलीप चावला, इंदौर
उत्तर - लगातार दर्द होने पर सबसे पहले ठंडे-गर्म पानी में टावेल भिगोकर सिकाई करें। रात को सोते समय गुनगुने दूध में हल्दी डालकर सेवन करें। जिस पैर में दर्द है, उस पैर की उंगलियां निचली ओर से दो-दो मिनट दबा कर रखें। इससे आराम मिलेगा। लगातार दर्द बना रहने पर विशेषज्ञ से मिलें।
प्रश्न - भाई को सालभर सर्दी रहती है। उसकी उम्र 19 साल है। - अर्शिता मनलेचा, इंदौर
उत्तर - हमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी होगी। ब्रिदिंग एक्सरसाइज करें। हल्दी पाउडर और गुड़ मिलाकर छोटी-छोटी गोली बना लें। सुबह-शाम दो-दो गोलियां दो माह तक लें। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। रोज रात को हल्दी का पानी भी लें। अलोम-विलोम, प्राणायाम करें।
प्रश्न - मेरी उम्र 76 वर्ष है। सुबह घूमने जाता हूं तो छींक आती है और नाक से पानी आने लगता है। - मदनसिंह ठाकुर, इंदौर
उत्तर - ब्रिदिंग व्यायाम करें। सूर्य भेदी प्राणायाम, कपालभाती क्रिया, अलोम-विलोम करें। सुबह उठें तो गुनगुना पानी पीना है। रात को सोने से पहले गरारे करें। जलनीति का उपयोग करें। हल्दी दूध या हल्दी का पानी जरूर लें। ठंड का मौसम है। डाइट में खजूर, गुड़ का सेवन करें।
प्रश्न- दुबले होने के लिए खानपान में क्या लेना चाहिए। - भेरूलाल कुमावत, सांवेर
उत्तर - खाने में हरी सब्जी और फल लें। गेहूं की जगह ज्वार या मक्के की रोटी खाएं। रात का खाना बंद करें या दलिया लें। गुनगुने पानी में शहद का सेवन करें। सुबह-शाम कम से कम 30 मिनट व्यायाम व वाकिंग करें।
उत्तर - नियमित वाकिंग, प्राणायाम, सूक्ष्म व्यायाम, सुबह सनबाथ लें। सप्ताह में एक बार मालिश करवाएं। भोजन में हरी सब्जियां, फल लें। मैदे के खाद्य पदार्थ को अवाइड करें। हाथ-पैरों की उंगलियों की टीप पर कपड़े सुखाने की क्लीप लगाकर एक-दो मिनट रखें। ऐसा दिन में दो-तीन बार करें। आराम नहीं होने पर विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं।
उत्तर - प्रतिदिन सनबाथ लें। नारियल तेल में कपूर डालकर मसाज करें। पानी अधिक पिएं। शीतली प्राणायाम करें। आंखों को ठंडे पानी से धोएं। त्रिफला के पानी से आंखों को साफ करें।
उत्तर - तनाव लेना कम करें। सोने से पहले योगनिंद्रा करें। पेट और आंखों के ऊपर ठंडे पानी की पट्टी रखें। हाथ की उंगली और अंगूठे के बीच के हिस्से को दबाएं, इससे स्ट्रेस कम होगा।