By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Wed, 17 May 2023 12:16:53 PM (IST)
Updated Date: Wed, 17 May 2023 12:17:18 PM (IST)
High Blood Pressure । बीते कुछ वर्षों में भारत में युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर के मामले बहुत अधिक बढ़े हैं। यह भी देखने में आया है कि विशेष रूप से ऊपरी तौर पर फिट दिखने वाले व्यक्तियों में इसकी सम्भावनाएँ काफी अधिक बढ़ी हैं। गौर करने वाली बात है कि जो लोग इसका शिकार होते हैं, उनमें से कई लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती है। यह चिंता का विषय है। ऐसे में इसके लक्षणों से देश के युवाओं को अवगत कराना काफी अहम हो जाता है, ताकि आने वाली समस्याओं से समय रहते ही पार पाया जा सके और बेहतर इलाज से एक बार फिर स्वस्थ जीवन शैली का पालन किया जा सके।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के मौके पर शहर के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ
डॉ. राकेश जैन, महावीर हार्ट क्लिनिक तथा डायग्नोस्टिक सेंटर, गीता भवन ने हाई ब्लड प्रेशर के बारे में जानकारी दी है। इस वर्ष वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की थीम ‘अपने ब्लड प्रेशर को मापें, इसे नियंत्रित करें और एक लंबा जीवन जिएं’ रखी गई है।
क्या होता है हाई ब्लड प्रेशर
हमारे शरीर में रक्त एक सामान्य प्रेशर रेंज के साथ प्रवाहित होता है, जिससे यह पर्याप्त मात्रा में हमारे शरीर के विभिन्न भागों में सुचारू रूप से पहुँचता है। जब शरीर में इसकी पहुंच सामान्य रेंज से अधिक होने लगती है, तो इसे
ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
भारत में ब्लड प्रेशर की वर्तमान स्थिति
भारत में लगभग 20 करोड़ लोग हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित हैं। यह लगभग 25 फीसदी कुल मृत्यु के लिए जिम्मेदार है। ICMR की रिपोर्ट की मानें तो सिर्फ 28 फीसदी लोग ही अपने ब्लड प्रेशर से परिचित हैं। इनमें से सिर्फ 15 फीसदी लोग ही इसका इलाज ले रहे हैं और सिर्फ 12.5 फीसदी लोगों का ब्लड प्रेशर नियंत्रण में है।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
हाई ब्लड प्रेशर के कोई विशिष्ट लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन बारीकी से देखा जाए तो कुछ लोगों में चिड़चिड़ापन, थकान, कमजोरी, सिरदर्द, आँखों के चारों तरफ जकड़न आदि जैसे सामान्य लक्षण देखने में आते हैं। अलग से कोई विशेष लक्षण न दिखने पर मरीज कई जटिलताओं के साथ आता है, इसलिए कई बार इस बीमारी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है।
इस कारण होता है हाई ब्लड प्रेशर
सामान्य तौर पर व्यायाम की कमी, तनाव की अधिकता, संतुलित जीवन शैली की कमी या गुर्दे से संबंधित बीमारी होने के कारण शरीर में हाई ब्लड प्रेशर पनपने लगता है। वहीं मधुमेह से ग्रसित लोगों में इसकी सम्भावना 2-3 गुना बढ़ जाती है। कम उम्र के लोग अधिक मात्रा में हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित होने लगे हैं, जिसके मुख्य कारण तनाव,
अनिद्रा, अत्यधिक सोचना और धूम्रपान हो सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के दुष्परिणाम
शरीर के हर एक भाग पर हाई ब्लड प्रेशर का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। मुख्य रूप से हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज (लकवा), किडनी फैल हो जाना, हार्ट फेल्युअर आदि को इसके दुष्परिणामों के रूप में देखा जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर से बचाव
हाई ब्लड प्रेशर की जकड़ में आने से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना बेहद जरुरी है। पानी की मात्रा अधिक करने के साथ ही अपने भोजन में नियमित रूप से हरी सब्जी, सलाद, फल, ड्राई फ्रूट्स और फाइबर फूड्स का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। साथ ही, नमक, मिठाई, फास्ट फूड और तेल का कम से कम इस्तेमाल करें। अपनी दिनचर्या में 45 मिनट एरोबिक व्यायाम और योग को शामिल करें। 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें। धूम्रपान और शराब का सेवन न करें। अपने ब्लड प्रेशर की नियमित रूप से जाँच करें। ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर अपने कार्डियोलॉजिस्ट से उसका समुचित इलाज जरूर लें। इससे भविष्य में होने वाली ब्लड प्रेशर की संभावित परेशानियों से निजात पाया जा सकता है।
डिस्क्लेमर
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।