Stress and Tension Management: मौजूदा समय में आमलोगों पर काम से लेकर आर्थिक समस्याओं का बोझ भी बढ़ता जा रहा है। ऑफिस का माहौल, घर के खर्च, बड़े-बड़े सपने, कम सैलरी और काम के बढ़ते घंटे हमारे जीवन में बहुत तनाव पैदा कर रहे हैं। हमेशा मन इसी में उलझा रहता है कि ये काम करना बाकी रह गया है या ये चीज लानी रह गयी है। इसकी वजह से धीरे-धीरे मानसिक तनाव बढ़ता जाता है और इसका असर काम से लेकर सेहत पर भी पड़ने लगता है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक तनाव कोई बीमारी नहीं है, बल्कि एक ऐसी समस्या है जिसका उत्तर ढूंढ़ने का हम प्रयास नहीं करते। सिर्फ उसके बारे में सोचते रहते हैं। इसका असर हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
इस तनाव का सीधा संबंध हमारी सेहत से है। विशेषज्ञों के अनुसार चिकित्सकों के पास जाने वाले 90 प्रतिशत मरीज, तनाव से संबंधित किसी न किसी रोग के कारण उनके पास जाते हैं। जब हमारे शरीर या मन को किसी चुनौती का सामना करना पड़ता है तो हमारी चयापचय प्रक्रिया तेज हो जाती है। रक्तचाप, हृदय गति और नाड़ी की गति बढ़ जाती है और शरीर में खून का दौरा तेज हो जाता है। शरीर में एड्रिनेलिन की मात्रा बढ़ जाती है। यह स्थिति अधिक देर बनी रहती है तो कई शारीरिक व मानसिक समस्याएँ पैदा होती हैं। आइये जानते हैं तनाव दूर करने के उपाय-
कई बार व्यक्ति किसी मामूली वजह से तनावग्रस्त हो जाता है। ऐसे में अगर आप अपनी समस्या अपने दोस्तों, पति या पत्नी या निकट संबंधियों के सामने रखेंगे, तो आपको समस्या के दूसरे तमाम पहलू दिखाई देंगे, जिस पर आपने ध्यान नहीं दिया था। एक तो चर्चा करने से ही आधा तनाव दूर हो जाता है, दूसरे इससे आपको नये विकल्प दिखेंगे और आप समाधान देख पाएंगे। समाधान दिखते ही आपका तनाव दूर हो जाएगा।
कुछ आहार ऐसे हैं, जो हमारे शरीर को तनाव से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं। जैसे संतरे, दूध व सूखे मेवे। इनमें पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हमारे मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करती है। चावल, मछली, फलियाँ, अनाज, आलू आदि में विटामिन 'बी' पाया जाता है, जो हमें चिंता और अवसाद से लड़ने में मदद करता है। इसी तरह हरी पत्तेदार सब्जियों, गेहूँ, सोयाबीन, मूँगफली, आम और केले में मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हमारे शरीर को तनाव से लड़ने में सहायता करते हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो तनाव की स्थिति में थोड़ा-थोड़ा करके कई बार भोजन ग्रहण करना तनाव को दूर भगाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। इससे उन लोगों को भी सहायता मिल सकती है, जो तनाव की स्थिति में ज्यादा खाने के आदी हैं। थोड़ा-थोड़ा खाने से शरीर को शक्ति मिलती रहती है। जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। लेकिन अगर ये अक्सर हो रहा हो, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। क्योंकि तनाव दूर करने के चक्कर में आपको वजन बढ़ने से जुड़ी समस्याएं शुरु हो जाएंगी।
जिनके जीवन में अधिक तनाव है, उन्हें दिन में कुछ समय एकांत में बिताने का प्रयास करना चाहिए। कई बार ध्यान करना, अकेले सैर करना, शांत जगह पर बैठकर प्रकृति का आनंद लेना या पुस्तक पढ़ना शांति दिला सकता है। तनाव कम करने का एक और अच्छा तरीका है सोना। सोने से मस्तिष्क शांत होता है और दिमाग की नसों को राहत मिलती है। लेकिन अगर अवसाद हो, नेगेटिव विचार आ रहे हों, तो अकेले रहना ठीक नहीं है। अगर आप हताश-निराश हैं, तो अकेले में समय ना गुजारें।
अगर आप व्यायाम करते हैं, तो इससे भी तनाव दूर होता है। व्यायाम करने से शरीर के सभी अंगों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है। मस्तिष्क में भी खून की सप्लाई बढ़ जाती है और ये ज्यादा एक्टिव हो जाता है। एक्सरसाइज से थोड़ी देर के लिए ही सही, ध्यान भटकता है और तनाव कम होता है। अगर आपके मस्तिष्क को थोड़ी देर के लिए भी राहत मिल जाए, तो सोचने-समझने की दिशा बदल जाती है।
डिसक्लेमर
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