
Juvenile Arthritis: आम तौर पर माना जाता है कि गठिया यानी आर्थराइटिस केवल बुजुर्गों में होता है, लेकिन ये बीमारी एक नये रुप में युवाओं और बच्चों में बढ़ रही है। मेडिकल साइंस में इसे कहते हैं जुवेनाइल इडियोपैथिक आर्थराइटिस (जे.आई.ए.)। यह एक तरह की गठिया होती है, जिसमें हड्डियों और जोड़ों में दर्द और सूजन दर्द होता है। इस बीमारी के सही कारणों का अभी तक पता नहीं लगा है। जुवेनाइल आर्थराइटिस को ऑटोइम्युन रोग भी कहा जाता है। इसकी वजह ये है कि इसमें शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता बाहरी तत्वों को पहचान ही नहीं पाती और वह शरीर के टिश्यू को ही नुकसान पहुंचाने लगती है। इसके लक्षणों के हिसाब से इसके कई प्रकार बताये गये हैं।
ओलिगोआर्टिकुलर में बच्चों को केवल शरीर के आधे जोड़ों में दर्द होता है। 8 साल से कम आयु की लड़कियों को इस प्रकार का गठिया होने की संभावना अधिक होती है। ओलिगोआर्टिकुलर में बच्चे के घुटने और टखने प्रभावित होते हैं। इस समस्या में बच्चे की आंखों पर भी असर पड़ता है। इस प्रकार के रोग में बच्चे की आंखों की नियमित जांच करानी चाहिए।
जुवेनाइल आर्थराइटिस में करीब 30 प्रतिशत बच्चों को पॉलीआर्टिकुलर प्रकार का ही गठिया होता है। ये रोग लड़कों की तुलना में लड़कियों में अधिक देखा जाता है। इसमें बच्चे के शरीर के पांच या उससे अधिक जोड़ प्रभावित होते हैं। इसमें घुटने टखने और हाथ व पैरों के जोड़ों में दर्द होता है।
इसमें बच्चे को गठिया के साथ सोरायसिस नामक त्वचा रोग भी देखने को मिलता है। परिवार में किसी को सोरायसिस की समस्या होने पर ऐसी स्थिति देखने को मिल सकती है। इसमें बच्चे के नाखून में बदलाव दिखते हैं और पैरों की अंगुलियों में सूजन होती है।
इसमें हड्डियों के जोड़ों और स्नायुबंधन में सूजन हो जाती है। यह रीढ़ की हड्डी को भी प्रभावित कर सकता है। इसकी वजह से बच्चे को पीठ में दर्द की समस्या हो सकती है। ये रोग 6 साल से अधिक आयु के लड़कों को प्रभावित करता है।
करीब 20 प्रतिशत बच्चों को सिस्टमिक जुवेनाइल आर्थराइटिस होता है। इस प्रकार के रोग में बच्चे के कम से कम एक जोड़ में सूजन और दर्द होता है। अतिरिक्त लक्षणों में हृदय, लिवर और लिम्फ नोड्स जैसे आंतरिक अंगों में सूजन हो सकती है। इस रोग में बच्चे को करीब दो सप्ताह तक तेज बुखार रहता है।
आपको बता दें कि गठिया बेहद ही दर्दनाक रोग होता है और इसके इलाज में लापरवाही गंभीर परिणाम पैदा कर सकती है। खास तौर पर इस रोग में बच्चों को बेहद दर्द महसूस होता है। ऐसे में यदि आपके बच्चों को भी इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें और समय रहते जुवेनाइल आर्थराइटिस का इलाज कराएं।