Health Benefits of Paan: अत्यधिक भूख लगना एक समस्या है, लेकिन भूख न लगना भी उतनी ही बड़ी समस्या है। दोनों ही स्थितियों में सेहत पर बुरा असर पड़ता है। भूख अधिक लगने पर व्यक्ति ज्यादा खाता है। जिससे वजन बढ़ने लगता है। वहीं भूख न लगने के कारण शरीर कुपोषण का शिकार हो जाता है। भूख न लगने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे पहले खाने-पीने से इस समस्या को ठीक करने की कोशिश करें। यदि आराम न मिले तो डॉक्टर से परामर्श लें। साथ ही पौष्टिक आहार लेने के बाद पान खाने से यह समस्या दूर हो जाएगी। पान के पत्ता खाने से दांतों से लेकर आंतों तक शरीर के कई अंग स्वस्थ रहते हैं।
कब्ज दूर करने के लिए
कब्ज के कारण बेचैनी, गैस बनना, पेट में भारीपन जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसे में भोजन के बाद पान के पत्ते का सेवन करना चाहिए। इस पत्ते में चूने का प्रयोग न करें। इसके बजाय सौंफ और गुलकंद से बना एक मीठा पान खाएं। जो लोग हर रात खाना खाने के बाद पान खाते हैंस उन्हें आमतौर पर कब्ज की समस्या नहीं होती है।
भूख की कमी होगी दूर
पान के पत्तों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंजाइम पेट के पीएच स्तर को संतुलित करते हैं और भूख बढ़ाने वाले हार्मोन को उत्तेजित करते हैं। पान चबाते समय मुंह, दांत और लार का बहुत अधिक उपयोग होता है। यह लार पाचन में सुधार और भूख को नियंत्रित करने में बहुत मददगार है।
दांतों को स्वस्थ रखने के लिए
पान के पत्ते खाने से दांत स्वस्थ रहते हैं। पान को बहुत अधिक चबाने की आवश्यकता होती है। यह दांतों के लिए व्यायाम और ऊपरी परत की गहरी सफाई करता है। साथ कैविटी के खतरे को कम करता है। अगर आपको मसूड़ों से खून आने की समस्या है तो भी आपको रोज रात को खाने के बाद मीठा पान खाना चाहिए। यह मसूड़ों से खून बहने से रोकने और मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखने में फायदेमंद है।
डिस्क्लेमर
'यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'
यह भी पढ़ें-
फेस्टिव सीजन में नए वेरिएंट का खतरा ज्यादा, इन लक्षणों को सामान्य सर्दी जुकाम न समझें
दिवाली में इन बातों का रखें ध्यान, नहीं बढ़ेगा वजन और शुगर लेवल