सावन के महीने में बरखा की बूंदों का आनंद
अपने देश के हर हिस्से में सावन और त्योहारों की जुगलबंदी को देखने का अपना अलग ही मजा है।
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Publish Date: Thu, 21 Jul 2016 11:33:20 PM (IST)
Updated Date: Sat, 23 Jul 2016 06:39:14 AM (IST)
अपने देश के हर हिस्से में सावन और त्योहारों की जुगलबंदी को देखने का अपना अलग ही मजा है। भारत एक ऐसा देश है जहां का हर रंग निराला है। तीजत्योहार के रंग हों या फिर मौसम के बदलते अंदाज। यहां तो बस खुशियों को मनाने का बहाना चाहिए। बारिश की बूंदों से भीगता सावन का महीना ऐसे ही निराले रंगों को साथ लेकर आता है। सावन की इन्हीं बूंदों और त्योहारों का आनंद उठाने न जाने कितने ही विदेशी इस मौसम में भारत भ्रमण पर निकलते हैं। देश के अलग-अलग इलाकों में इन त्योहारों की धूम और परंपराएं एक-दूसरे से भिन्न होती हैं। आइए जानते हैं भारत के कुछ खास त्योहारों को, जिनके हिस्से कहीं न कहीं हम भी हैं।
तीज पर्व को त्योहारों का बीज माना जाता है। यह सावन में सबसे पहले आने वाला त्योहार है। हरियाणा
में कहावत भी है कि 'आ गई तीज, बिखेर गई बीज"। उसके बाद होली तक त्योहारों की लड़ी चलती है।
इसलिए कहा जाता है कि 'आ गई होली, भर ले गई झोली"। तीज का त्योहार महिलाओं के बीच खासा
लोि"ङय है।
भारत के हर हिस्से में इसे हरियाली तीज
के रूप में मनाया जाता है। मूलत: यूपी-बिहार का यह त्योहार और भी राज्यों में काफी मशहूर है। इस त्योहार को सावन के आगमन की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं सजती-संवरती हैं और शिवजी की पूजा
करती हैं। बाग-बगीचों में हिलोरे लेते झूले और हाथों में रची मेहंदी इस त्योहार का खास आकर्षण होते हैं। तरह-तरह के व्यंजनों की खुशबू इस त्योहार की मिठास को और बढ़ा देती है।