शादियों में ड्रोन कैमरा का चलन पुराना, इंस्टेंट एडिटेड वीडियो और बड़ी स्क्रीन की बढ़ी डिमांड
वेडिंग फोटोग्राफी में अब तकनीक का यूज तो ज्यादा हो ही रहा है, फोटोग्राफर्स का नजरिया भी पहले की तुलना में अधिक क्रिएटिव हुआ है। पहले वेडिंग फोटोग्राफी डॉक्यूमेंटेशन टाइप होती थी। किसी भी शादी का एलबम देखो तो एक ही तरह की कंपोजिशन और फ्रेमिंग में सिर्फ चेहरे बदल जाते थे, लेकिन अब प्री-वेडिंग शूट, केंडिड फोटोग्राफी आदि ने वेडिंग फोटोग्राफी को मेमोरी मेकिंग बना दिया है।
By Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Fri, 08 Nov 2024 09:14:50 AM (IST)
Updated Date: Fri, 08 Nov 2024 09:37:42 AM (IST)
शादियों में ड्रोन कैमरा का चलन पुराना, इंस्टेंट एडिटेड वीडियो और बड़ी स्क्रीन की बढ़ी डिमांड HighLights
- अब स्क्रीन और इंस्टेंट एडिटेड वीडियो से।
- फोटो व वीडियोग्राफी का बदलता दौर आया।
- बड़ता इंस्टेंट रील्स और मीम्स का क्रेज।
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। शादी के दिन की खूबसूरत झलकियां अब एक-डेढ़ मिनट के वीडियो में शामिल कर तुरंत रील्स के रूप में सोशल मीडिया पर पोस्ट की जा रही हैं। वेडिंग फोटोग्राफर प्रकाश कौशिक बताते हैं आजकल हर दूल्हा-दुल्हन अपनी शादी के खास पलों को इंस्टेंट पोस्ट करना चाहते हैं।
हम शादी के दिन हल्दी और संगीत जैसे फंक्शन्स के दिन किए गए वीडियोग्राफी को मामूली एडिट कर बड़ी स्क्रीन पर दिखाते हैं। इससे एक खास माहौल बनता है और लोगों को शादी के हर पल का आनंद मिलता है। वह बताते है कि शादियों में बड़ी स्क्रीन की डिमांड में तेजी से इज़ाफ़ा हुआ है। वही पूरी शादी की वीडियो चार से पांच मिनट में एडिट करके भी मांगी जा रही है जिसे हाइलाइटेड वीडियो के नाम से भी जाना जाता है।
सोशल मीडिया के लिए इंस्टेंट रील्स और मीम्स का क्रेज
फोटोग्राफर शुभाष साहू बताते हैं कि सोशल मीडिया के चलते रील्स और मीम्स का चलन भी तेजी से बढ़ा है। कई क्लाइंट्स एक-डेढ़ मिनट की रील्स में अपनी पूरी शादी की झलकियां चाहते हैं। यहां तक कि कुछ फनी मोमेंट्स को भी मीम्स के रूप में पेश किया जाता है, जिससे शादी के पलों को वायरल करने में मदद मिलती है। उनका कहना है कि आज के क्लाइंट्स को वीडियो मिलने में भले ही देर लगे लेकिन रील्स और हाईलाइट वीडियो हफ्ते भर के अंदर चाहिए होते है।
हल्दी और संगीत फंक्शन के लिए विशेष प्राप्स हल्दी के फँक्टयों के लिए गैस लाइटर, गुलाल, गेंदा फूल सहित विभिन्न तरह के प्राप्स का इस्तेमाल कर बैहतरीन फोटो तैयार की जा रही है। इसके लिए फोटोग्राफर तीन तरह के कैमरा पर्सन कैंडिड, सिनेमेटोग्राफर और ड्रोन आर्टिस्ट का इस्तेमाल कर रहे है। इन सब के रचनात्मक सहयोग से हल्दी की फोटो पर विशेष काम कर यादगार लम्हों को कैद किया जा रहा है। इसी तरह विशेष तरह की लाइटिंग का इस्तेमाल कर संगीत के फोटो भी कैप्चर किए जा रहे है।
फिल्म फोटोग्राफी का बढ़ता आकर्षण
फिल्म फोटोग्राफी का चलन भी एक बार फिर से जोर पकड़ रहा है। इस शैली में क्लासिक और रोमांटिक लुक देने के लिए फिल्म के ग्रेन और बलरी इफ़ेक्ट सहित अन्य खामियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो डिजिटल फोटोग्राफी में संभव नहीं है। अब कपल्स शादी से पहले किसी एक्सोटिक लोकेशन पर प्री-वेडिंग शूट कराना भी पसंद कर रहे हैं, जिससे उनकी तस्वीरें और भी खास बनती हैं।