रसोई की लड़ाई में तलाक की नौबत आई... पति 10 पैकेट गरम मसाला लाया, तब घर लौटने को तैयार हुई पत्नी
विदिशा के वन स्टॉप सेंटर में पति-पत्नी के झगड़े का दिलचस्प प्रकरण पहुंचा था, जहां पत्नी इस वजह से रूठकर अलग हो गई कि पति उसके बताए अनुसार रसोई का सामान लाकर नहीं देता। दोनों को साथ बिठाकर काउंसलिंग की गई, पति ने पत्नी की जरूरतों का ख्याल रखने का आश्वासन दिया, तब जाकर बात बनी।
By Ajay Jain
Publish Date: Tue, 01 Oct 2024 11:53:29 AM (IST)
Updated Date: Tue, 01 Oct 2024 12:49:50 PM (IST)
वन स्टॉप सेंटर में काउंसलर्स के समक्ष बैठे पति-पत्नी। HighLights
- वन स्टॉप सेंटर में पत्नी ने दर्ज कराई थी शिकायत।
- काउंसलर्स की समझाइश पर दोनों में हो गई सुलह।
- करीब एक महीने तक चली काउंसलिंग की प्रक्रिया।
नवदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा। कोतवाली थाना स्थित वन स्टॉप सेंटर में एक दिलचस्प मामला देखने को मिला, जहां रसोई में भोजन बनाने के लिए गरम मसाला और हींग नहीं लाने से पत्नी ऐसी नाराज हुई कि नौबत तलाक तक पहुंच गई। मामला महिला बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचा तो काउंसलरों की समझाइश के बाद दंपती एक साथ रहने को राजी हुए।
काउंसलिंग की प्रक्रिया एक माह तक चली। आखिरकार पति ने वन स्टॉप सेंटर में ही 10 पैकेट गरम मसाला और हींग लाकर दी, तब जाकर पत्नी मानी और ससुराल जाने तैयार हुई।
ऐसे सुलझा मामला
- काउंसलर रेखा राठौर ने बताया महिला रक्षा (नाम परिवर्तित) ने वन स्टॉप सेंटर आकर आवेदन दिया था कि वह अपने पति से परेशान है और उसके साथ नहीं रहना चाहती। आरोप था कि राशन का सामान तक पूरा लाकर नहीं देता। यहां तक कि गरम मसाला और हींग जैसा जरूरी मसाला तक घर में नहीं रहता।
- उन्होंने महिला के पति कमलेश (नाम परिवर्तित) को बुलाया और दोनों की काउंसलिंग की गई। पति का कहना था कि वह सरकारी नौकरी करता है और संयुक्त परिवार में रहता है। भरा-पूरा परिवार होने के साथ ही वह अकेला ही कमाने वाला है, जिसके चलते उसे परिवार के सभी लोगो की जरूरतों का ध्यान रखना होता है। ऐसे में कई बार चाहकर भी राशन सामग्री में सभी तरह का सामान लाना संभव नहीं होता।
- वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक कृतिका व्यास ने बताया कि पत्नी धनाढ्य परिवार से ताल्लुक रखती है। जबकि उसे ससुराल में पुराने समय का बने हुए मकान के साथ संयुक्त परिवार में रहना रास नहीं आ रहा था। जिसके कारण वह छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाती थी।
- लेकिन जब दोनों को समझाइश दी गई तो बात बन गई। पति ने 10 पैकेट गरम मसाला और हींग लाकर अपनी पत्नी को उपलब्ध कराई और राशन सामग्री की कमी नहीं होने का आश्वासन दिया, तो पत्नी उसके साथ चली गई।
सुलह कराने के बाद फॉलोअप भी
वन स्टॉप सेंटर में टूटते हुए परिवारों को जोड़ने का ही काम नहीं किया जाता, बल्कि यहां पर जिन परिवारों को जोड़ा जाता है, बाकायदा उनका तीन माह तक फॉलोअप भी किया जाता है कि पति-पत्नी अच्छे से रह रहे हैं या नहीं। इसके लिए एक रजिस्टर अलग से बनाया गया है, जिसमें दंपती का मोबाइल नंबर सहित पूरा पता दर्ज होता है। यदि किसी परिवार में कोई दिक्कत आती है तो काउंसलर उसे तुरंत समझाइश देकर दूर करते हैं।