उमरिया(Elephants in Umaria)। उमरिया जिले के चंदिया इलाके में आज हाथियों ने दो अलग-अलग स्थानों पर दो लोगों की जान ले ली। पहली घटना शनिवार सुबह ग्राम देवरा में सामने आई। बताया जाता है कि सुबह सुबह हाथियों ने देवरा से सटे क्षेत्र मे स्थानीय ग्रामीण रामरतन पिता टील्ला यादव उम्र करीब 62 वर्ष को मौत के घाट उतार दिया है।
घटना को लेकर बताया जाता है कि सुबह तकरीबन 6 बजे मृतक अपने घर से कुछ दूर शासकीय स्कूल के पीछे जंगल में शौच के लिए गया था। जंगल से लगे नाले में तीन से चार की संख्या में हाथी मौजूद थे, जिन्होंने अचानक हमला कर दिया।
बताया जाता है कि हमले के बाद हाथी उसे काफी दूर तक घसीटते ले भी गए। घटना के बाद वन अमला मौके पर पहुंचा और घटना की तफ्तीश में जुट गया। हाथियों ने हमला कर छपरवाह, सेमड़ारी होते हुए पथरहटा की ओर निकल गए है, जिससे समीपी गांव के लोग दहशत में हैं।
अभी 4 दिन पूर्व खितौली से सटे गांव में हाथियों के एक झुंड के करीब 10 हाथियों की मौत अज्ञात कारणों से हुई है। आशंका जताई जा रही है कि इसी झुंड के बाकी बचे हाथी ही हैं, जो शनिवार की सुबह ग्राम देवरा पहुंचकर मौत का कारण बने है।
इसके बाद फिर से चंदिया तहसील में हाथियों ने फिर हमला किया। इस बार हाथियों के निशाने पर चंदिया स्थित छुहाई टोला निवासी आदिवासी युवक भैरव कोल निशाने पर आया है। इस आदिवासी युवक की भी मौत घटना स्थल पर हो गई है।घटना स्थल पर बड़ी संख्या में वन अधिकारी कर्मचारी समेत पुलिस बल मौजूद है।
बताया जाता है कि मृतक खेत की ओर जा रहा था,तभी हाथियों ने हमला किया है,और उसकी मौत हो गई है। चार से पांच घंटे में हाथियों के आतंकी बर्ताव में दो इंसानी मौत जिम्मेदार अधिकारियों के कान खड़े कर दिए है,देखना होगा जिम्मेदार इन हाथियों से जिले को कैसे महफूज करते है।
इस मामले में यह भी खबर है कि चंदिया से सटे बांका पंचायत के छोटे बरही में भी हाथियों ने उत्पात मचाया है, हाथियों के आतंकी बर्ताव में 32 वर्षीय स्थानीय युवक मालू पिता ठुररू साहू गम्भीर रूप से घायल हुआ है, घटना के बाद घायल युवक को चंदिया अस्पताल लाया गया है, जहां प्राथमिक उपचार कर अभी अभी जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
चार दिन में आएगी हाथियों की मृत्यु की जांच रिपोर्ट
बांधवगढ़ में हाथियों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने शुक्रवार देर रात आपात बैठक बुलाई। इसमें चिंता जताते हुए उन्होंने घटना के सभी पहलुओं की जानकारी लेने के लिए उच्चस्तरीय दल को उमरिया भेजने का निर्णय करते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
दल में वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल और राज्य वन बल प्रमुख पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव शामिल हैं। ये सभी शनिवार को उमरिया पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी लेंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार वनों की रक्षा और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है। घटना में दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान बताया गया कि हाथियों की मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम में हाथियों के पेट में बड़ी मात्रा में कोदो पाए जाने की जानकारी मिली है, जो सैंपल हाथियों के पेट से लिए गए हैं, उनकी वैज्ञानिक जांच की जाएगी।
इससे यह स्पष्ट होगा कि किसी तरह का जहरीला पदार्थ तो नहीं है। चूंकि जांच रिपोर्ट आने में चार दिन लग सकते हैं, इसलिए वरिष्ठ स्तर से घटना की पूरी जानकारी ली जाए। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन वर्चुअल रूप से शामिल हुए। जबकि, वन विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल, मुख्यमंत्री कार्यालय डा. राजेश राजौरा, अपर जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े सहित अन्य अधिकारी मुख्यमंत्री आवास स्थित समत्व भवन में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं फिर न हो, इसके लिए वन विभाग, स्थानीय प्रशासन और सभी पक्ष सजग और संवदेनशील रहें। उमरिया में हाथियों की मृत्यु की घटना में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने, उपचार एवं अन्य प्रबंधन में विलंब की बात सिद्ध होने पर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई जाएगी।
- घटना की संपूर्ण पहलुओं की जानकारी लेने के लिए उच्चस्तरीय दल उमरिया जाए।
- जांच की रिपोर्ट आने के पहले घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जो कार्रवाई जारी है, उसमें विलंब न हो।
- दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।