उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Ujjain Mahakal Mandir: ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में बुधवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। रात तीन बजे मंदिर के पट खुलेंगे। पश्चात भस्म आरती में भगवान महाकाल को सबसे पहले राखी बांधी जाएगी। भगवान को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा। दिनभर महाप्रसादी का वितरण होगा।
श्रावणी पूर्णिमा पर भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाने की परंपरा है। इस बार भी पुजारी परिवार द्वारा भक्तों के सहयोग से भगवान को महाभोग लगाया जाएगा। पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान को राखी बांधेंगी। अभिषेक स्थल पर महाभोग के साथ भगवान के मुखारविंदों के दर्शन होंगे। मंदिर में आकर्षक पुष्प सज्जा होगी। मान्यता है श्रावण में मासपर्यंत उपवास रखने वाले भक्त श्रावण मास की समाप्ति पर रक्षाबंधन के दिन भगवान महाकाल को अर्पित लड्डू भोग प्रसादी ग्रहण कर पारणा करते हैं।
श्री सिद्धक्षेत्र वाल्मीकि धाम आश्रम में 31 अगस्त को भुजरिया पर्व मनाया जाएगा। भगवान जाहरवीर गोगादेवजी की छड़ियों का मेला लगेगा। देशभर से गोगादेवजी की छड़ियां आश्रम पहुंचेंगी। शाम को महाकालेश्वर मंदिर में श्री वाल्मीकि धामपीठधीश्वर राष्ट्रीय संत बालयोगी उमेशनाथजी महाराज द्वारा भगवान महाकाल व गोगादेवजी का मिलन कराया जाएगा। पश्चात अतिथि छड़ियों का पूजन करेंगे। पश्चात छड़ी चल समारोह की शुरुआत होगी।
महाकाल मंदिर से शुरू होकर चल समारोह पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, ढाबारोड, दानीगेट, अनंतपेठ, जूना सोमवारिया, गोंसा दरवाजा, वाल्मीकिधाम चौराहा, बड़नगर रिंग रोड होते हुए श्री वाल्मीकि धाम आश्रम पहुंचेगा। यहां रात्रि पर्यंत गोगा गायन होगा। इस बार मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों के विभिन्न जिलों व शहरों से छड़ियां, अखाड़े, गायन पार्टियां, संतगण व सत्संगी भुजारिया पर्व में शामिल होने उज्जैन आ रहे हैं।