Ujjain News: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। आगर रोड पर कोयला फाटक के समीप शनिवार रात एक युवक जलता हुआ मिला। गंभीर हालत में उसे उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। झुलसने वाला व्यक्ति वही है, जिसे लोकायुक्त ने एक आरक्षक द्वारा 25 हजार रुपये रिश्वत लेने के मामले में आरोपित बनाया था।
लोकायुक्त पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। मौत से पहले युवक ने सफारी पहने एक व्यक्ति पर जलाने के आरोप लगाए थे। वहीं पुलिस का कहना है कि मृतक ने खुद को आग लगाई थी। रविवार को गांधीनगर के लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव कर दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की।
लोकायुक्त ने गुरुवार को 25 हजार रुपये रिश्वत लेने के मामले में चिमनगंज थाने के आरक्षक रवि कुशवाह को गिरफ्तार किया था। पुलिस को कुशवाह के पास रिश्वत की राशि नहीं मिली थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आसिफ नामक एक व्यक्ति को भी आरोपित बनाया था।
आसिफ की मौत पर गांधीनगर के लोगों व स्वजन ने पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव कर दिया। इस दौरान नगर निगम की जलकार्य समिति के अध्यक्ष शिवेंद्र तिवारी, पार्षद व जोन अध्यक्ष विजयसिंह कुशवाह, राजेश बाथम, गब्बर भाटी व पूर्व पार्षद जावेद कुरैशी भी मौजूद थे। सभी ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। शिवेंद्र तिवारी ने बताया कि एसपी सचिन शर्मा ने भी मामले की जांच के बाद दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
पुलिस बोली सीसीटीवी फुटेज में अकेला नजर आया
पुलिस का कहना है कि शनिवार रात करीब 10 बजे आसिफ बीमा अस्पताल चौराहा पार करके नगर निगम के जोन कार्यालय के समीप बने शौचालय की ओर गया था। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में वह अकेला नजर आ रहा है। फिर वह जलते हुए दौड़कर सड़क पार करते दिखाई दिया। आसिफ ने सफारी पहने एक व्यक्ति पर आग लगाने के आरोप लगाए थे। वहीं पुलिस का कहना है कि शौचालय के समीप थिनर की बोतल व माचिस मिली है। उसने खुद पर थिनर डालकर आग लगाई थी। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि युवक चिल्ला रहा था कि पुलिस ने उसे आग लगा दी है।
लोकायुक्त की कार्रवाई पर उठाए सवाल
स्वजन ने लोकायुक्त की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब पुलिस ने रवि कुशवाह को पकड़ा था तो उसके पास रुपये नहीं मिले थे। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आसिफ को भी पकड़ा था। हालांकि उसके पास रुपये नहीं मिले तो उसे छोड़ दिया था। बावजूद लोकायुक्त की टीम बार-बार आसिफ के घर जा रही थी। इससे वह काफी घबरा गया था।