Ujjain News : उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बड़नगर के समीप रतलाम-रुनिजा मार्ग पर रहने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति की 27 फरवरी को कथित तौर पर मोबाइल ब्लास्ट होने से मौत के मामले में बैटरी सुरक्षित मिलने के बाद से पुलिस उलझ गई है। मृतक के स्वजन व अन्य रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है। मृतक जिन दो महिलाओं के संपर्क में था उनसे भी जानकारी ली जा रही है। कमरे में मिले काले चिपचिपे पदार्थ की फारेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
बता दें कि 27 फरवरी को बड़नगर में रतलाम-रुनिजा मार्ग पर दो कमरों के मकान में रहने वाले दयाराम बारोड़ उम्र 62 वर्ष का शव क्षत-विक्षत हालातों में मिला था। शव के पास ओप्पो स्मार्टफोन के कुछ टुकड़े मिले थे। वहीं चार्जिंग प्वाइंट जला हुआ मिला था।
प्रारंभिक जांच में यह पता चला था कि दयाराम की मौत मोबाइल की बैटरी ब्लास्ट होने से हुई थी। मगर पुलिस को कमरे में बनी मचान पर मोबाइल का आधा हिस्सा मिल गया था। इसमें बैटरी सुरक्षित है। बैटरी में ब्लास्ट नहीं हुआ है। इसके बाद अब पुलिस उलझ गई है। शुरूआती दौर में बैटरी में ब्लास्ट के कारण मौत मानी जा रही थी। वहीं पुलिस को कमरे में काला चिपचिपा पदार्थ भी मिला है। इसके नमूने लेकर फारेंसिक टीम ने जांच के लिए भेजा है।
स्वजन व दो महिलाओं से पूछताछ
जांच में पुलिस को पता चला है कि मृतक दयाराम के पास बेशकीमती जमीन है। इसका कुछ हिस्सा हाल ही में बेचा है। वहीं मृतक ब्याज पर भी रुपये देता था। इसके अलावा वह दोनों पुत्रों के साथ भी नहीं रहता था। मृतक विवाह करना चाहता था। इसके लिए वह नागदा व धार की दो महिलाओं के संपर्क में था। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। टीआइ मनीष मिश्र का कहना है कि फारेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।