हलकानः मरम्मत के अभाव में बढ़ी परेशानी, सांसद ने कहा विभागों में समन्वय नहीं
- विधायक ने निकाली पैदल यात्रा
उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 552-जी उज्जैन-आगर- झालावाड़ रोड की खराब हालत एक बार फिर चर्चा में है। घट्टिया क्षेत्र के विधायक रामलाल मालवीय रोड की दुर्दशा ठीक करने की मांग को लेकर पैदल यात्रा कर रहे हैं। इससे पहले सांसद अनिल फिरोजिया इस रोड का मुद्दा लोकसभा में उठा चुके हैं। फिलहाल सड़क की स्थिति बहुत खराब है। मामले में सांसद फिरोजिया का कहना है कि मप्र सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) दोनों ही मरम्मत कराने के मसले पर समन्वय नहीं बना पा रहे हैं।
उज्जैन-झालावाड़ मार्ग की लंबाई 180 किलोमीटर है। ये मार्ग उज्जैन से घोंसला, घट्टिया, आगर, सुसनेर होकर सोयत में पड़ोसी राज्य राजस्थान की सीमा को छूता है। मप्र की सरहद में इस सड़क की लंबाई 134 किमी है। ये मार्ग 16 साल पहले तत्कालीन ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रख साल 2003-04 में बनाया गया था। वर्तमान में इस मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव दोगुना से अधिक हो गया है। इसलिए मार्ग को 10 मीटर चौड़ा किया जा रहा है।
फिलहाल मरम्मत की दरकार
बता दें कि आगर रोड पर बड़े-बड़े गड्ढों के कारण राहगीर खासे परेशान हैं। 52 किलोमीटर का समय तय करने में डेढ़ घंटे से भी अधिक का समय लग रहा है। उज्जैन, घोंसला, तनोड़िया क्षेत्र में स्थिति सबसे अधिक खराब है।राहगीरों का कहना है कि अगर जल्द ही मरम्मत नहीं कराई गई तो दुर्घटनाएं होंगी। मप्र सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) के अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत एनएचएआइ करेगा। वहीं एनएचएआइ की ओर से इसे लेकर कोई पहल अभी नहीं की जा रही है।
454 करोड़ रुपये से होना है काम
उज्जैन-आगर-झालावाड़ मार्ग अभी साढ़े पांच मीटर चौड़ा है, जिसे 10 मीटर चौड़ा किए जाने को एनएचएआइ 454 करोड़ रुपये की निविदा चार महीने पहले स्वीकृत कर चुका है। सांसद अनिल फिरोजिया का कहना है कि सितंबर के पहले सप्ताह में मार्ग चौड़ीकरण कार्य का भूमिपूजन किया जाएगा। निर्माण कार्य दो साल में पूरा होगा। मार्ग पर 5 ब्रिज भी बनाए जाना हैं। मार्ग टू-लेन प्लस पेव्ड सोल्डर होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भूमिपूजन के लिए आने की स्वीकृति दी है।
सांसद ने कहा था- राम-राम बोलता निकलता हूं
आगर रोड के मामले को बीते वर्ष सांसद अनिल फिरोजिया ने लोकसभा में उठाया था। कहा था कि यह रोड इतनी खतरनाक है कि मार्ग से राम-राम बोलता हुआ निकलता हूं। उन्होंने रोड को फोरलेन करने की मांग भी उठाई थी।