उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भरतपुरी स्थित इस्कान मंदिर में बुधवार से तीन दिवसीय जन्माष्टमी महामहोत्सव की धूम शुरू होगी। शाम 5 बजे श्रीकृष्ण व्यंजन महोत्सव मनाया जाएगा। मंदिर प्रबंधन द्वारा भक्तों के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहे हैं। पर्व विशेष पर मंदिर में आकर्षक विद्युत व पुष्प सज्जा होगी।
पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया इस्कान मंदिर में इस बार जन्माष्टमी पर धर्म व संस्कृति का समागम होगा। श्रीकृष्ण जन्म पर उत्सव की शुरुआत बुधवार शाम 5 बजे कृष्ण व्यंजन महोत्सव के साथ होगी। इसके बाद रात 8 बजे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अगले दिन 7 सितंबर गुरुवार को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। सुबह 7 बजे श्रीमद् भागवत पर प्रवचन होंगे। सुबह 8 बजे गुरुपूजा और दिनभर भजन कीर्तन होंगे। जन्मोत्सव पर भगवान को विशेष पोशाक धारण कराई जाएगी। भक्त दिनभर भगवान के दिव्य स्वरूप के दर्शन कर सकेंगे।
रात 8 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत होगी। रात 10.30 बजे से भगवान का महाअभिषेक प्रारंभ होगा। रात 12 बजे महाआरती की जाएगी। 8 सितंबर को नंद उत्सव मनाया जाएगा। इस दिन इस्कान के संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपादजी का जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा।
शाम 5 बजे से भक्तों द्वारा भगवान के अभिषेक का क्रम शुरू होगा, जो श्रद्धालु भगवान का अभिषेक करना चाहते हैं वें अभिषेक मंच के समीप काउंटर सेभेंट की रसीद कटवाकर अभिषेक कर सकते हैं।
इस्कॉन मंदिर में 7 सितंबर जन्माष्टमी पर विशेष दर्शन व्यवस्था रहेगी। भक्तों को देवास रोड से उज्जैन विकास प्राधिकरण कार्यालय की ओर पहुंचना होगा। यहां प्रवेश द्वार से तीन कतार में दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। पहली कतार सामान्य दर्शनार्थी की रहेगी। दूसरी कतार से विशेष दर्शन टिकट वाले श्रद्धालु प्रवेश करेंगे। अतिविशिष्ट व्यक्ति बिना लाइन प्रवेश करेंगे।
मंदिर प्रबंधन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रवेश द्वार के सामने विशाल जूता स्टैंड की स्थापना की जा रही है। दर्शनार्थी यहां पादुकाएं रखकर दर्शन की कतार में लगेंगे। दर्शन के उपरांत लौटने पर जूता स्टैंड के सामने पहुंचेंगे।