उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। उज्जैन शहर में 15 वर्षीय किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले का गुरुवार शाम को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। 72 घंटे की पड़ताल और अनेक सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस के 28 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) ने आरोपित को गिरफ्तार किया। आरोपित ने पूछताछ में दुष्कर्म की वारदात भी कुबूल ली। दुष्कर्म के आरोपित के पिता राजू सोनी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा दोषी है तो उसे गोली मार देनी चाहिए।
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह 10:15 बजे महाकाल थाने को सूचना मिली थी कि बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के समीप एक बालिका लावारिस हालत और घायल हालत में मिली है। मौके पर पहुंचने पर पता लगा कि उसके कपड़े खून से सने हैं। वह कुछ भी ठीक से नहीं बता पा रही थी। इलाज के लिए पहले उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पांच डाक्टरों ने उसका उपचार किया था। जांच में सामने आया कि किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया है। उसे अंदरूनी चोट थी। हालात गंभीर होने पर उसे इंदौर रैफर किया गया। इलाज के बाद उसके स्थिति में सुधार हुआ।
दुष्कर्म की पुष्टि के बाद पुलिस अधीक्षक से एसआइटी को इसकी जांच सौंपी। एसआइटी ने किशोरी जहां-जहां गई, वहां के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। एक हजार से अधिक फुटेज देखे गए।
जांच के दौरान पुलिस को यह पता लगा कि पीड़िता छह आटो चालकों के संपर्क में आई थी। इस आधार पर सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। साथ ही 100 से अधिक लोगों से पुलिस ने जानकारी ली।
इसी दौरान पुलिस को पता चला कि नानाखेड़ा क्षेत्र में रहने वाला आटो चालक भरत सोनी, जिसके आटो पर अर्जुन लिखा था, पीड़िता को अपने साथ कहीं ले गया था। इस पर पुलिस ने गुरुवार को भरत को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ के दौरान उसने वारदात करना स्वीकार कर लिया। उस पर मारपीट और लापरवाही से वाहन चलाने के दो केस पूर्व में दर्ज हैं। दुष्कर्म के बाद पीड़िता को आटो चालक राकेश मालवीय ने भी देखा था। पुलिस को सूचना नहीं देने पर राकेश मालवीय पर भी कार्रवाई की जा रही है।