Mahakal Temple Ujjain: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में रविवार को आस्था का सैलाब उमड़ा। देशभर से आए 15 हजार से अधिक भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। समिति को 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट की बिक्री से 20 लाख रुपये से अधिक की आय हुई है। हालांकि मंदिर में कहीं भी कोरोना नियमों का पालन नहीं हो पा रहा। ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ा है।
महाकाल मंदिर समिति ने कोरोना संक्रमण के नाम पर आम भक्तों का मंदिर में सीधे प्रवेश बंद कर दिया है। समिति का कहना है कि कोरोना के खतरों को कम करने के लिए भक्तों को समिति संख्या में प्रवेश दिया जाएगा। समिति ने समान्य दर्शनार्थियों के लिए मात्र 3500 सीट रखी है। अधिकारी 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट पर हजारों लोगों को प्रवेश दे रहे हैं। इस व्यवस्था के चलते कोविड नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा है। रविवार को भी करीब हजार लोगों ने 250 रुपये के टिकट पर मंदिर में सीधे प्रवेश किया। इस व्यवस्था से आम दर्शनार्थी अपने आम को ठगा सा महसूस कर रहा है।
प्रतिबंधित द्वारों से होता रहा प्रवेश
मंदिर प्रशासन प्रतिबंधित द्वारों से हो रहे अनधिकृत प्रवेश पर रोक नहीं लगा पा रही है। रविवार को भी प्रवचन हाल गेट से सैकड़ों लोगों ने प्रवेश किया। कई लोग सेटिंग से दर्शन कराते नजर आए। प्रोटोकाल में काम कर रहे कर्मचारियों के आगे अफसरों की भी नहीं चल पा रही है।
भीड़ नियंत्रित नहीं कर पा रहे गार्ड
महाकाल मंदिर समिति ने कृष्णा एजेंसी को मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा सौपा है। कंपनी ने 50 से अधिक नए गार्डों की भर्ती कर ली है। अकुशल गार्ड भीड़ नियंत्रण करने में फेल नजर आ रहे हैं। गार्डों से परिसर की भीड़ भी नहीं संभाली जा रही है।
सेल्फी पर रोक, मगर नियमों का पालन नहीं
अनलाक के बाद मंदिर आम दर्शनार्थियों के लिए खोलते वक्त मंदिर समिति ने यह निर्णय भी लिया था कि श्रद्धालु सेल्फी नहीं लेंगे। मगर इस नियम का भी पालन नहीं हो रहा। रविवार को सैकड़ों लोग परिसर में सेल्फी लेते नजर आए, इससे निर्गम व्यवस्था बाधित हुई।