Mahakal Temple Ujjain: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। श्रावण मास में भगवान महाकाल का भांग श्र्ाृगार कराने वाले भक्त का नाम लकी ड्रा के माध्यम से निकाला जाएगा। अधिकांश पुजारी, पुरोहितों ने भगवान के भांग श्रृंगार के लिए अपने यजमानों के नाम का आवेदन जमा कर दिया है। बताया जाता है एक तारीख में एक से अधिक नाम होने पर लाटरी पद्धति से एक श्रद्धालु का नाम निर्धारित किया जाएगा।
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण मास के दौरान संध्या आरती के समय भगवान का भांग व सूखे मेवे से श्रृंगार कराने के लिए भक्तों को होड़ सी लगी रहती है। अब तक कुछ रसूखदार पुजारी पहले से ही श्रृंगार की रसीद कटवा लेते थे। इस व्यवस्था से अन्य पुजारी, पुरोहितों के यजमानों को श्रृंगार कराने का मौका नहीं मिल पाता था।
मामले में पुजारी, पुरोहितों ने मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ से शिकायत की थी। इसके बाद प्रशासक ने श्र्ाृृंगार की अनुमति देने के लिए समिति का गठन कर दिया था। साथ ही पुजारी, पुरोहितों को अपने यजमानों के नाम से आवेदन देने के निर्देश दिए थे। प्रशासक के निर्देश पर पुजारी, पुरोहितों ने यजमानों के आवेदन मंदिर कार्यालय में जमा करा दिए हैं। बताया जाता है श्रावण मास में रविवार व सोमवार को भगवान का श्रृंगार कराने की कई भक्तों ने इच्छा प्रकट की है, इसलिए इन तारीखों में एक से अधिक आवेदन आए हैं। ऐसे में एक व्यक्ति के नाम का निर्धारण ड्रा के माध्यम से किया जाएगा।
सामूहिक अनुमति देने की भी योजना
मंदिर प्रशासन श्रावण मास में अधिक भक्तों को भगवान महाकाल का भांग श्रृंगार कराने का मौका देना चाहता है। इसके लिए सामूहिक श्रृंगार बुकिंग की योजना बनाई जा रही है। मंदिर प्रशासक के अनुसार अगर किसी तारीख में एक से अधिक श्रद्धालुओं के आवेदन आते हैं, तो उन्हें सामूहिक रूप से श्रृंगार कराने का मौका दिया जाएगा। दर्शनार्थियों के नाम नंदी हाल में लगे सूचना पटल पर लिखे जाएंगे। हालांकि इस व्यवस्था का कुछ पुजारी विरोध कर रहे हैं।
कोरम पूरा नहीं होने से स्थगित हुई बैठक
श्रृंगार समिति की बैठक बुलाने के लिए प्रशासक ने मुझे निर्देशित किया था। सभी सदस्यों को सूचना भेजी थी, लेकिन कोरम पूरा नहीं होने से बैठक स्थगित कर दी गई थी। जल्द ही प्रशासक इस संबंध में बैठक लेंगे।
-प्रतीक द्विवेदी, सहायक प्रशासक, महाकाल मंदिर प्रबंध समिति