Mahakal Sawari Ujjain: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)।हर वर्ष श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली राजाधिराज महाकाल की सवारी के मार्ग को चौड़ा करने पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। उज्जैन मास्टर प्लान अनुरूप 4.8 किलोमीटर लंबा मार्ग 15 से 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा। चौड़ीकरण में लगभग ढाई हजार परिवारों की संपत्ति प्रभावित होंगे। सभी के मकान, दुकान का रंग एक किया जाएगा। गणगौर दरवाजा, सती गेट, चौबीस खंभा माता मंदिर, चौरासी महादेव मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, जगदीश मंदिर सहित पुरातन स्वरूप में बनी सभी धरोहरों को फसाड लाइट लगाकर रात में चमकाया जाएगा। चौराहों को त्रिशुल, डमरू, नंदी जैसे कलाकृतियां स्थापित कर संवारा जाएगा। पूरा मार्ग में भूमिगत वाटर सप्लाय, सीवरेज, इलेक्ट्रिसिटी लाइन बिछाई जाएगी। मार्ग इस तरह बनाया जाएगा कि महाकाल की सवारी देखने वाले भक्तों को आनंद की अनुभूती हो।
सामान्य दिनों में भी ये मार्ग पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। विस्तृत कार्य योजना (डीपीआर) बनवाने के लिए रविवार को महापौर मुकेश टटवाल, नगर आयुक्त और उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी के कार्यकारी निदेशक रोशन कुमार सिंह, सीईओ आशीष पाठक, अपर आयुक्त आदित्य नागर ने सवारी मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण में ऐतिहासिक धरोहर स्थलों पर अवैध कब्जे, सड़क एवं चौराहों पर अतिक्रमण देखे। शासकीय और अशासकीय ऐतिहासिक धरोहर स्थलों को कैसे संवारा जा सकता है, इस पर चर्चा की। कार्य योजना ‘नईदुनिया’ से साझा की।
6 अप्रैल को उज्जैन आ रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के समक्ष महाकाल सवारी मार्ग चौड़ीकरण का ‘विजुअल वाक थ्रू’ प्रस्तुतिकरण होगा। इसके लिए कंसल्टेंट को तीन दिन में संशोधित डीपीआर और विजुअल वाक थ्रू बनाने के निर्देश दिए हैं। याद रहे कि सवारी मार्ग चौड़ीकरण की एक डीपीआर कुछ वर्ष पहले 90 करोड़ रुपये की बनाई गई थी, लेकिन चौड़ीकरण के लिए रुपयों का इंतजाम न होने से चौड़ीकरण टलता चला गया।
पहले चरण में निर्धारित 4.8 किलोमीटर लंबे सवारी मार्ग में से 800 मीटर लंबा रोड चौड़ा करने को ठेकेदार चयन की कार्यवाही प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। स्मार्ट सिटी कंपनी का कहना है कि माधव सेवा न्यास से चौबीस खंभा माता मंदिर तक, रामघाट से झालरिया मठ और बंबईवाला धर्मशाला तक 800 मीटर लंबा रोड बनाने को ठेकेदार चयन के लिए निविदा की कार्यवाही प्रक्रिया में है। अगले कुछ सप्ताह में रोड निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। मार्ग चौड़ीकरण और निर्माण पर लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वर्तमान रोड 6 से 10 मीटर चौड़ा है।
लोक परिंसंपत्ति प्रबंधन विभाग की ओर से नगर निगम को 12 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें से लगभग साढ़े सात करोड़ रुपये केडीगेट से इमली तिराहा तक मार्ग चौड़ीकरण पर खर्च की जाएगी। शेष राशि रामघाट से रामानुजकोट तक मार्ग बनाने में खर्च की जाएगी। श्री महाकाल महालोक में बनीं 89 दुकानों को लीज पर देने से प्राप्त 25 फीसद राशि भी सवारी मार्ग चौड़ीकरण पर खर्च की जाएगी। शेष राशि का इंतजाम निगम या कंपनी अन्य माध्यम से करेगी।
राजाधिराज महाकाल की सवारी महाकालेश्वर मंदिर से कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी, रामानुजकोट होकर शिप्रा के राम घाट पहुंचती है। यहां पूजन उपरांत वापसी में गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, मिर्जा नईम बेग मार्ग, छोटा तेलीवाड़ा, कंठाल चौराहा, सती गेट, छोटा सराफा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होकर महाकालेश्वर मंदिर लौटती है।