Mahakal Sawari: अगहन माह में भगवान महाकाल की शाही सवारी आज, उमड़ेगा श्रद्धा का सैलाब
Mahakal Sawari: महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान मनमहेश का अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे।
By Hemant Kumar Upadhyay
Edited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Sun, 10 Dec 2023 06:20:26 PM (IST)
Updated Date: Mon, 11 Dec 2023 07:56:41 AM (IST)
HighLights
- परंपरागत मार्ग से निकलेगी कार्तिक अगहन मास की आखिरी सवारी
- महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4 बजे शाही ठाट-बाट के साथ सवारी शुरू होगी।
- शाही सवारी में परंपरागत नौ भजन मंडल को शामिल होने की अनुमति भी रहेगी।
Mahakal Sawari: नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। कार्तिक- मार्गशीर्ष (अगहन) माह में सोमवार को भगवान महाकाल की शाही सवारी निकलेगी। अवंतिकानाथ श्री मनमहेश स्वरूप में भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। महाकालेश्वर मंदिर से शाम 4 बजे शाही ठाट-बाट के साथ सवारी शुरू होगी।
सभामंडप में भगवान मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन होगा
प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया दोपहर 3.30 बजे मंदिर के सभामंडप में भगवान मनमहेश का विधिवत पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी नगर भ्रमण के लिए रवाना होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी अवंतिकानाथ को सलामी देगी इसके बाद कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा।
सबसे आगे महाकालेश्वर मंदिर का रजत ध्वज
सवारी में सबसे आगे महाकालेश्वर मंदिर का रजत ध्वज रहेगा। इसके बाद पुलिस का अश्वरोही दल, पुलिस बैंड, सशस्त्र बल की टुकड़ी शामिल रहेगी। शाही सवारी में परंपरागत नौ भजन मंडल को शामिल होने की अनुमति भी रहेगी।
यह रहेगा शाही सवारी मार्ग
महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर सवारी कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान मनमहेश का अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, सत्यनारायण मंदिर टंकी चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल चौराहा, सती गेट, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
रूद्राक्ष व डमरू से सजेगा भस्म रमैया रथ
कार्तिक अगहन मास की शाही सवारी में इस बार भस्म रमैया भक्त मंडल का भस्म रमैया रथ भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहेगा। मंडल संस्थापक प्रवीण मादुस्कर ने बताया शाही सवारी के लिए रथ को एक लाख रूद्राक्ष व डमरुओं से सजाया जा रहा है। राजाधिराज के नगर भ्रमण पर निकलने की खुशी में रथ से शंख, डमरू व बिगुल से मंगल ध्वनि की जाएगी। मंडल के सदस्य शिव प्रिय वाद्य यंत्र झांझ डमरू की मंगल ध्वनि करते चलेंगे। शिव रथ व झांझ डमरू बजाते युवाओं की टोली भक्तों को खासा आकर्षित करती है। बाहर से आने वाले श्रद्धालु आनंदित हो जाते हैं।